कोरोना का वक्त चल रहा है और किसी भी तरह का सार्वजनिक समारोह महामारी के प्रकोप को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है. इसी संबंध में इंडियन मेडिकल एसोशिएशन यानी IMA ने केरल की नई सरकार से रिक्वेस्ट की है कि वो अपना शपथ ग्रहण समारोह फिजिकली न रखकर वर्चुअली रखे.
IMA ने कहा कि कोरोना महामारी जैसी स्थिति में यह कदम कोरोना को रोकने के लिए एक अच्छा संकेत होगा. केरल और देश में इस बात को लेकर एक आम सहमति बनने लगी है कि कोरोना की दूसरी लहर आने के पीछे सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे कोरोना नियमों का पालन ना करना ही एक बड़ा कारण है. नई सरकार जो केरल के लोगों के मन की बात जानती है और जो वैज्ञानिक अन्वेषण का समर्थन करती है अगर वो अपना शपथ ग्रहण समारोह फिजिकली न करके, वर्चुअली करती है तो लोगों में एक बड़ा अच्छा संदेश जाएगा. IMA ने केरल में एक और हफ्ते लॉकडाउन बढ़ाने पर बधाई दी है. केरल में नई सरकार 20 मई को शपथ ग्रहण करेगी.
आपको बता दें कि बीते चौबीस घंटे में केरल में कोरोना के मामले कुछ घटकर 34,694 पर पहुंच गए हैं. इससे पहले केरल में 39,955 नए मामले आए थे. देशभर में लॉकडाउन का असर देखने को मिल रहा है. चाहे महाराष्ट्र हो, चाहे यूपी और बिहार हर जगह मामले घटे हैं.
अगर पूरे देश की ही बात करें तो एक वक्त था जब लगातार चार दिन तक कोरोना के चार लाख मामले सामने आ रहे थे लेकिन अलग-अलग राज्यों में लॉकडाउन के कारण बीते चौबीस घंटे में 3,26,098 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. अगर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया तो स्थिति पहले जैसी होने में भी वक्त नहीं लगेगा.
केरल के मुन्नार में ही कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन न करने के कारण एक चर्च में आयोजित हुई सभा में शामिल हुए दो और पादरियों की मौत हो गई है. इस मामले में अब तक कुल चार पादरी अपनी जान गंवा चुके हैं. मुन्नार में एक चर्च के कार्यक्रम में 450 पुजारियों ने भाग लिया था. बताया जा रहा है कि इनमें से करीब 80 पादरी अब तक संक्रमित हो चुके हैं.