दुनिया के कई देशों में इन दिनों कोरोना वायरस के कारण दहशत का माहौल बना हुआ है. कोरोना वायरस के कारण हजारों लोगों की जान तक जा चुकी है. इसके अलावा इकोनॉमी पर भी कोरोना वायरस के कारण बुरा असर देखने को मिल रहा है. हालांकि इस बीच कोरोना वायरस से ही जुड़े कई टर्म सामने आ रहे हैं, जिनके बारे में शायद ही आम लोगों को ज्यादा जानकारी है. ऐसे में कोरोना वायरस से जुड़े शब्दों को लेकर भी जानकारी जरूरी है.
कोरोना वायरस
कोरोना वायरस किसी एक प्रकार के वायरस का नाम नहीं है. कोरोना वायरस का एक पूरा परिवार है, जिसे कोरोनवीरिडे कहा जाता है. इनमें से कुछ सामान्य सर्दी का कारण बनते हैं. वहीं जो नया कोरोना वायरस सामने आया है, इसके बारे में कुछ महीनों पहले तक जानकारी नहीं थी. वहीं कोरोना का अर्थ लैटिन में 'ताज' होता है.
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कोविड-19
कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारी का नाम 'कोविड-19' दिया गया है. हालांकि ये नाम यह नहीं बताता है कि वायरस पहले कहां उभरा था. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक ऐसा नाम चुना जो स्थानों (जैसे चीन के वुहान शहर) या नृवंशविज्ञान के लिए कलंक लगाने से बचता है.
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महामारी
शब्द 'महामारी' एक बीमारी के दो पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं. पहला इसके प्रसार का भौगोलिक स्तर और दूसरा संक्रमित लोगों की संख्या. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे एक नई बीमार के विश्वव्यापी प्रसार के तौर में देखा. वहीं संयुक्त राष्ट्र ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया.
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सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल
30 जनवरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अंतरराष्ट्रीय चिंता को देखते हुए कोरोनो वायरस को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया. हालांकि ऐसा अक्सर नहीं होता है. यह ऐसा सिर्फ छठी बार था, जब डब्ल्यूएचओ के जरिए ऐसी कोई घोषणा की गई थी.
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सार्स-कोव-2 (Sars-CoV-2)
Severe Acute Respiratory Syndrome Coronavirus-2 को छोटे रूप में सार्स-कोव-2 के तहत जाना जाता है. यह नए कोरोनो वायरस का नाम है. यह 11 फरवरी को घोषित किया गया था. साल 2000 के दशक की शुरुआत में SARS के प्रकोप के कारण होने वाले वायरस से ये अलग है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि संबंध होते हुए भी दोनों वायरस अलग-अलग हैं.