कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल कई आयोजनों, समारोहों और कार्यक्रमों को टाला जा रहा है. इसी क्रम में जुड़ गया है गुजरात का विश्व प्रसिद्ध गरबा का आयोजन. राज्य के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि बिजनेस के लिए होने वाले गरबा आयोजन इस साल नहीं कराए जाएंगे, लेकिन शेरी गरबा और छोटे गरबा के लिए राज्य सरकार फैसला बाद में लेगी.
1 अक्टूबर से अनलॉक 5 की शुरुआत होने जा रही है और इसी महीने नवरात्रि का त्योहार भी आ रहा है. महामारी को देखते हुए क्या इस साल नवरात्रि में गरबा होगा ये सवाल हर किसी के जेहन में था. गुजरात सरकार जो हर साल बड़े पैमाने पर गरबा का आयोजन करती है उसे कराने से पहले ही सरकार ने इनकार कर दिया है. सरकार ने कोरोना के जोखिम को देखते हुए सभी डॉक्टरों की राय भी मांगी थी.
अब राज्य में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का कहना है कि नवरात्रि को लेकर गुजरात सरकार का स्टैंड काफी क्लीयर है. उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार अनलॉक की नई गाइडलाइंस जारी कर रही है. इन गाइडलाइंस में क्या-क्या ढील दी जा रही है, उस के आधार पर गुजरात सरकार अपना फैसला लेगी.
हालांकि नितिन पटेल ने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से जो लोग बिजनेस के लिए नवरात्रि का आयोजन करते हैं उन्हें किसी भी तरह की अनुमति नहीं होगी. साथ ही जो लोग छोटे पैमाने यानी सोसायटी या शेरी गरबा के आयोजन करना चाहते हैं, उनके बारे में सरकार सोचेगी.
नितिन पटेल ने यह भी कहा कि गुजरात सरकार को मेडिकल एसोसिएशन की ओर से एक चिठ्ठी भी मिली है, जिसमें डॉक्टर ने सरकार से विनती की है कि कोरोना के जिस तरह के हालात गुजरात में बने हुए हैं उसे देखते हुए राज्य में किसी भी तरह की गरबा आयोजन को लेकर अनुमति ना दी जाए. अगर गरबा का आयोजन होता है तो कोरोना का विस्फोट गुजरात में हो सकता है.