दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार में कई मुद्दों को लेकर टकराव होना आम बात है. पिछले दिनों कोरोना के मामलों में अचानक उछाल आने के बाद केजरीवाल सरकार ने कोरोना टेस्ट का टारगेट रोजाना 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार करने का फैसला किया था. जिसे लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी हुआ था.
टेस्टिंग से जुड़े एक सवाल पर ही दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इशारों ही इशारों में केंद्र सरकार पर तंज कसा है. सवाल पूछे जाने पर कि दिल्ली सरकार ने रोजाना 40 हजार टेस्ट करने का लक्ष्य रखा था, ऐसे में क्या केंद्र सरकार से सहयोग मिल भी रहा है? जवाब में सत्येंद्र जैन ने कहा कि, 'केंद्र सरकार से हमें विशेष तौर पर सहयोग की आवश्यकता नहीं है, अगर केंद्र सरकार को कोई आपत्ति नहीं है यही बड़ी सहायता है.'
टेस्टिंग स्पीड बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम
टेस्टिंग स्पीड बढ़ाने के लिए सरकार की तैयारियों के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में टेस्टिंग स्पीड बढ़ाने के लिए 265 डिस्पेंसरी में पहले 3 घंटे ही कोरोना टेस्ट होते थे इसका टाइम बढ़ाकर 5 घंटे कर दिया गया है. दिल्ली सरकार के सभी 35 अस्पतालों में भी कोरोना टेस्ट करवाने के लिए टाइमिंग बढ़ा दी गयी है, ये टेस्ट पूरी तरह मुफ़्त होंगे. इसके अलावा दिल्ली के हर जिले में कैम्प और मोबाइल वैन के जरिए भी कोरोना जांच की जा रही है.
दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त किट
सत्येंद्र जैन ने बताया कि फिलहाल दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त किट मौजूद हैं और इसके अलावा भी किट स्वास्थ्य विभाग खरीद रहा है. हालांकि कोरोना टेस्ट के लिए अगले 15 दिन का स्टॉक सरकार के पास है.
दिल्ली के पास बेड की किल्लत नहीं
अगस्त महीने की शुरुआत में कोरोना के मामलों में गिरावट आने में बाद दिल्ली में अस्पतालों से अटैच होटल और बैंक्वेट हॉल्स को मुक्त कर दिया गया था. अब कोरोना केस बढ़ने पर इसकी दोबारा जरूरत पड़ सकती है.
इस बाबत सत्येंद्र जैन ने कहा कि फिलहाल क्वारनटीन सेंटर में 10 हजार बेड्स की व्यवस्था है, इनमें 800 मरीज ही भर्ती हैं जबकि अस्पतालों में 14 हजार बेड्स हैं इनमें करीब 4 हजार मरीज भर्ती हैं. इन 4 हजार मरीजों में दिल्ली के मरीजों की संख्या 4 हजार से भी कम है.