कोरोना महामारी का संकट दिनो-दिन गहराता जा रहा है. मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक देश में कोरोना से 1.25 फीसदी मौतें हुई हैं. 89.51 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं और 9.24 फीसदी केस एक्टिव हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राजेश भूषण ने कहा कि इस बार नए केस की संख्या पिछली बार के मुकाबले ज्यादा है और मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं, ये बेहद चिंताजनक है.
देश में मंगलवार को 24 घंटे में 1,61,736 नए केस दर्ज हुए और 879 मौतें हुईं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर जारी सूचना में कहा गया है कि अब तक देश में कोरोना के 12,64,698 केस एक्टिव हैं. अब तक कोरोना के कुल 1,36,89,453 केस दर्ज हो चुके हैं और कुल 1,71,058 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. दूसरी ओर, अब तक वैक्सीन की 10 करोड़, 85 लाख डोज लगाई जा चुकी है.
कोरोना वायरस अर्धसैनिक बलों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. पिछले 24 घंटे में सभी अर्धसैनिक बलों को मिलाकर 421 जवानों में संक्रमण के केस सामने आए हैं. इनमें से सीआरपीएफ में 28, बीएसएफ में 311, सीआईएसएफ में 43 और एसएसबी में 8 और आईटीबीपी में 31 जवान कोरोना संक्रमित हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय अर्धसैनिक बलों में कुल 2,207 कोरोना केस एक्टिव हैं.
अकेले महाराष्ट्र में करीब 6 लाख एक्टिव केस
कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में मंगलवार को 60,212 नए केस आए और 281 मौतें हुईं. राज्य में इस वक्त 5,93,042 केस एक्टिव हैं. ये संख्या देश में कुल एक्टिव केस का आधा है. फिलहाल राज्य में 32,94,398 लोग होम कोरंटाइन हैं और 30,399 लोगों को इंस्टीट्यूशनल कोरंटाइन में रखा गया है. मुंबई में 7,898 नए आए और 26 मौतें हुईं. वहीं नागपुर में बीते 24 घंटों में 6,826 नए केस आए और 65 मौतें हुईं.
कचरे की प्लास्टिक में पैक किया शव और भेजा श्मशान
कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद से ही ठाणे महानगरपालिका के सारे दावे हवाई साबित हो रहे हैं. यहां पर कोरोना से मरने वालों के शव को कचरे में इस्तेमाल होने वाले पॉलिथीन बैग में लपेटा जा रहा है, जिससे लोगों में गुस्सा है. कोरोना सेंटर्स में ऑक्सीजन की कमी तो है ही, मरने वालों के शवों को पैक करने के लिए कचरा फेंकने वाली पॉलिथीन इस्तेमाल की जा रही है. ठाणे में कोरोना से मरने वाले एक व्यक्ति का शव कचरा फेंकने वाली पॉलिथीन में पैक कर जवाहर बाग श्मशान भूमि भेजा गया, जिसे देखकर लोग स्तब्ध रह गए. कोविड केंद्र के बाहर शव वाहन घंटों खड़े इंतजार करते रहे, क्योंकि पैकिंग की व्यवस्था नहीं थी. करोड़ों का बजट पास करने वाली ठाणे महानगरपालिका के लिए यह काफी शर्मनाक है. सामाजिक कार्यकर्ता महेश मोरे ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.
दिल्ली के 57 अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर खाली नहीं
राजधानी दिल्ली में आज 24 घंटे में 13,468 नए केस आए और 81 मौतें हुईं. अब दिल्ली में एक्टिव केसों की संख्या 43,510 हो गई है. तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि अब राज्य सरकार के दफ्तरों, ऑटोनॉमस बॉडी, पीएसयू, कॉर्पोरेशन, लोकल बॉडीज में इन-पर्सन मीटिंग यानी व्यक्तिगत मीटिंग नहीं होगी. केवल कोरोना से जुड़ी बैठकें, कोर्ट के मामले और किसी बहुत अहम मामले में मीटिंग की इजाज़त होगी. मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हालत ये है कि दिल्ली के कुल 57 अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है और 66 अस्पतालों में एक भी आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं है. दिल्ली के 6 सरकारी और 51 प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीज़ के लिए अब एक भी वेंटिलेटर खाली नहीं हैं. इसके अलावा राजधानी में 78 छोटे-बड़े प्राइवेट अस्पतालों में से 51 अस्पताल ऐसे हैं जहां वेंटिलेटर बेड्स की उपलब्धता खत्म हो गई है.
मध्य प्रदेश के भोपाल में 19 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 19 अप्रैल तक के लिए कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया है. मंगलवार को इस लॉकडाउन का पहला दिन था. सड़कें खाली थीं और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. बोर्ड ऑफिस चौराहे पर जरूरी सेवाओं से जुड़े इक्का-दुक्का लोग दिखे. इस लॉकडाउन में कई सेवाओं को छूट दी गई है. भोपाल के सबसे बड़े न्यू मार्केट में पूरा बाजार बंद रहा और सन्नाटा पसरा रहा. भोपाल के कर्फ्यू वाली माता चौक पर जरूर महामारी पर आस्था भारी पड़ती दिखी. लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए माता के मंदिर पहुंचे और पूजा की. पुलिस लगातार लॉकडाउन के पालन की अपील कर रही थी और लोग उसका उल्लंघन कर रहे थे.
भोपाल के श्मशानों में जलती लाशों की संख्या सरकारी कागजों में रोजाना दर्ज हो रही संख्या से कई गुना ज्यादा है. आजतक ने भोपाल के भदभदा श्मशान घाट और सुभाष नगर विश्राम घाट का जायजा लिया. गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार के दौरान इन दोनों श्मशानों पर कुल 187 लाशों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ, जबकि सरकारी आंकड़े में इन चार दिनों में कोरोना से सिर्फ 5 मौतें हुई हैं. सरकार इन्हें कोरोना संदिग्ध मानती है तो विपक्ष इसे आंकड़े छुपाने का खेल बता रहा है
छत्तीसगढ़ में 11,504 नए केस, मर्च्यूरी के बाहर पड़ी हैं लाशें
कोरोना की नई लहर ने जिन राज्यों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, उनमें छत्तीसगढ़ भी एक है. आज मंगलवार को 24 घंटे में राज्य में 11,504 नए केस आए. राज्य की राजधानी का हाल सबसे बुरा है. रायपुर अंबेडकर अस्पताल की मर्च्यूरी के बाहर लाशें पड़ी हैं. राजधानी में होने वाली मौतों की संख्या इतनी ज्यादा है कि एक ओर जहां मर्च्यूरी में लाशें रखने की जगह नहीं बची है, वहीं दूसरी ओर श्मशान घाटों में भी संस्कार के लिए एक से दो दिन का इंतजार करना पड़ रहा हैं. रायपुर में 18 मुक्तिधाम हैं. इनमें प्रतिदिन 60 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है. मृतकों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए 11 मुक्तिधामों को कोविड के लिए आरक्षित कर दिया गया है जबकि अन्य सात मुक्तिधाम में नान-कोविड वाले शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है. रायपुर जिले में 7 मुक्तिधामों को कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए अधिकृत किया गया है. अस्पताल का कहना है कि मर्च्यूरी नार्मल साइज की है. वहां पर छह महीने साल भर की बाडी भी पड़ी है क्योंकि कोई ले जाने वाला नहीं है. अगर अचानक मौतें बढ़ जाएंगे तो परेशानी तो होगी ही.
गुजरात में 6,690 नए केस और 67 मौतें
गुजरात में आज को 6,690 नए केस आए और 67 मौतें हुईं. इनमें से सबसे ज्यादा 2,251 केस अहमदाबाद में, 1,264 केस सूरत में, 529 केस राजकोट में और 247 केस वडोदरा में आए. राज्य में कुल 34,555 केस एक्टिव हैं. गुजरात में कोरोना की वजह से सरकारी दस्तावेज में भले ही हर दिन औसतन 45-50 मौतें दिखाई जा रही हों लेकिन श्मशान अलग ही सच्चाई बयां कर रहे हैं. राज्य में कोरोना की वजह से सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा मौतें हो रही हैं. हालात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना से मरने वालों के संक्रमित शवों को दाह संस्कार के लिए टेम्पो से लाया जा रहा है क्योंकि डेड बॉडी ले जाने वाले वाहन खाली नहीं हैं. उनके लिए घंटों इंतज़ार करना पड़ता है. कोरोना से मरने वालों की तादाद इतनी ज्यादा है कि लाश ले जाने वाली गाडि़यां नहीं मिल पा रही हैं. इसी तरह अहमदाबाद में एक परिवार लोडिंग टेम्पो में शव लेकर दाह संस्कार के लिए पहुंचा.
उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड 18 हजार से ज्यादा केस
उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 18 हजार से ज्यादा नए केस आए. इस तरह लगातार आठवें दिन उत्तर प्रदेश में कोरोना का रिकॉर्ड टूटा. इनमें से सबसे ज्यादा करीब 5300 केस लखनऊ में दर्ज हुए. इसके बाद दूसरे नंबर पर प्रयागराज रहा जहां 1800 नए केस दर्ज किए गए. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के कुछ अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए. मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मेरे कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं. यह अधिकारी मेरे संपर्क में रहे हैं, अतः मैंने एहतियातन अपने को आइसोलेट कर लिया है एवं सभी कार्य वर्चुअली प्रारम्भ कर रहा हूं.’ दूसरी ओर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि सभी कोरोना मरीजों के लिए इलाज की सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं. साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार को पूर्ण लाकडाउन लगाने पर विचार करने का भी निर्देश दिया है.
बिहार में 4,157 केस, पटला में अस्पताल फुल
बिहार में 13 अप्रैल को 4,157 नए मामले सामने आए. इसी के साथ राज्य में एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 20,148 हो गई. पटना में 1,205 नए केस पाए गए. पटना के सभी बड़े अस्पताल कोविड मरीजों से भर गए हैं. पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नोटिस लगा दिया गया है कि यहां बेड फुल हैं. NMCH में अभी कुल 110 बेड हैं. पूरे पटना के सरकारी अस्पतालों को मिलाकर 450 से ज्यादा बेड हैं. 700 बेड निजी अस्पतालों में हैं. ऐसे में पटना में 1200 से ज्यादा बेड कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध नही है, जबकि प्रतिदिन 1000 से 1500 मरीज केवल पटना में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.
झारखंड में एक हफ्ते में तीन गुना बढ़े एक्टिव केस
झारखंड में पिछले एक हफ्ते में एक्टिव केस तीन गुना बढ़ गए हैं. हर दिन औसतन 1500 से ज्यादा कोरोना के केस मिल रहे हैं. झारखंड के स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव को पत्र लिखकर तुरंत 1500 वेंटिलेटर मुहैया कराने का आग्रह किया है. फिलहाल राज्य के सरकारी अस्पतालों में करीब 500 वेंटिलेटर हैं. राज्य में रेमिडेसिविर इंजेक्शन की भी किल्लत हो गई है. स्वास्थ्य सचिव ने ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया से इस मामले में हस्तक्षेप कर उत्पादकों से सप्लाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया है.
12 अप्रैल को राज्य में 2,366 लोग संक्रमित पाए गए और 19 मौतें हुईं. राज्य में सोमवार को लगातार तीसरे दिन दो हजार से ज्यादा केस आए. इससे अब राज्य में एक्टिव केसेज की संख्या 15,343 हो गई है. यहां अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 1232 पहुंच गई है.
दूसरी ओर झारखंड के अस्पतालों में लंबी कतारें दिखने लगी हैं. राज्य के सबसे बड़े कोविड हॉस्पिटल रिम्स में भी कतार दिख रही है. यहां 361 बेड हैं. नार्मल 103 और ऑक्सीजन सपोर्टेड 158. इसके अलावा 60 आईसीयू और 60 वेंटीलेटर बेड हैं. लेकिन ये संख्या नाकाफी साबित हो रही है. इस परिषर हर जगह लोग इंतज़ार कर रहे हैं. किसी को अपने पिता की डेड बॉडी का इंतज़ार है तो किसी को बेड मिलने का. लोगों ने बताया कि जितने मरीज़ आ रहे हैं उनमें से ज़्यादातर को ऑक्सीजन बेड चाहिए लेकिन वो मौजूद नहीं है. एक शख्स ने बताया कि उसे बड़ी पैरवी के बाद बेड मिला है.
उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू, हरिद्वार में 594 नए केस
उत्तराखंड सरकार ने आज मंगलवार से नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे की बजाय रात 10:30 बजे से लागू करने के निर्देश दिया है. नवरात्र, विवाह समारोहों और पाक रमजान को देखते हुए दिए ये निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जनता से अनुरोध किया है कि कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करें. मंगलवार को राज्य में 1,925 नए केस आए और 13 मौतें हुईं. इनमें से 775 केस देहरादून में और 594 हरिद्वार में आए. हरिद्वार में फिलहाल कुंभ चल रहा है, जहां पर कोरोना लगातार चुनौती बना हुआ है. अब तक राज्य में कुल 1,12,071 केस दर्ज हुए हैं जिनमें से 9,353 केस एक्टिव हैं और कुल 1,780 मौतें हो चुकी हैं.
केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी रिकॉर्ड केस
केरल में 7,515 नए केस दर्ज हुए और 20 मौतें हुईं. केरल सरकार ने तय किया है कि राज्य में कोरोना से जुड़े प्रोटोकॉल का सख्ती से लागू किया जाएगा. इनडोर गैदरिंग में 100 और आउटडोर गैदरिंग में 200 से ज्यादा एकत्र नहीं हो सकेंगे. होटल समेत सभी दुकानें रात 9 बजे से बंद होंगी. होटलों और दुकानों से होम डिलीवरी और टेक पर जोर देने को कहा जाएगा.
कर्नाटक में आज 8,778 नए केस आए और 67 मौतें हुईं. बेंगलुरु अर्बन में 5,500 नए दर्ज हुए. आंध्र प्रदेश में 4,228 नए केज आए और 10 मौतें हुईं. राज्य में फिलहाल 25,850 केस एक्टिव हैं.
तमिलनाडु में 6,984 नए केस आए और 18 मौतें हुईं. तमिलनाडु कोरोना से बुरी तरह प्रभावित है. अब तक यहां कुल 9,47,129 केस दर्ज हो चुके हैं और कुल 12,945 मौतें हो चुकी हैं. फिलहाल तमिलनाडु में 49,985 केस एक्टिव हैं. इनमें से 18,673 केस राजधानी चेन्नई में एक्टिव हैं.
राजस्थान में आज 5,528 नए केस आए और 28 मौतें हुईं. जयपुर में 989 केस मिले हैं. राज्य में 40,690 केस एक्टिव हैं. जम्मू-कश्मीर में 13 अप्रैल को 1,269 नए केस आए जो इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
(दिल्ली से मिलन शर्मा, मुंबई से पंकज, लखनऊ से अभिषेक, भोपाल से रवीश, रांची से सत्यजीत, अहमदाबाद से गोपी, पटना से सुजीत, रायपुर से महेंद्र, देहरादून से दिलीप और चेन्नई से प्रमोद के इनपुट के साथ.)