दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान का आज चौथा दिन है. अब तक देश में 3 लाख 81 हजार 305 लोगों को कोरोना के टीके लग चुके हैं. कल तीसरे दिन ही करीब डेढ़ लाख लोगों का टीकाकरण हुआ. हालांकि, वैक्सीनेशन की रफ्तार दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों काफी धीमी है. दिल्ली एम्स में कल (18 जनवरी) केवल 8 लोगों को टीका लग पाया.
कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में कर्नाटक सबसे आगे हैं. इसके बाद ओडिशा का नंबर है. पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में भी अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है. कई राज्य टारगेट से पीछे रहे. दिल्ली में तो लक्ष्य से आधे लोगों का ही टीकाकरण हुआ है. दिल्ली के हर सेंटर पर प्रतिदिन 100 लोगों का टीकाकरण होना है.
वैक्सीनेशन के टारगेट से विपरित दिल्ली एम्स में कल केवल 8 लोगों को टीका लग पाया. इसके अलावा एलजेपी हॉस्पिटल में 12 और सफदरगंज में 20 लोगों ने टीका लगवाया. दिल्ली में 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीनेशन का पहला दिन था, इस दिन करीब 8000 लोगों को टीका लगना था लेकिन 4 हजार से कुछ अधिक ही लोग टीकाकरण केंद्र तक पहुंच पाए थे.
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, पहले दिन करीब 35 फीसदी लोग टीकाकरण के लिए इसलिए नहीं आ पाए क्योंकि उन्हें कोई मैसेज ही नहीं मिला था. यही कारण रहा कि पहले दिन टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या कम रही और दूसरे दिन लोग अधिक संख्या में पहुंचे, लेकिन तीसरे दिन यानी सोमवार को संख्या फिर कम हो गई.
दिल्ली की ही तरह पंजाब में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. वैक्सीन शॉट्स लेने के लिए 5,900 फ्रंटलाइनर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में से केवल 36 फीसदी ही पहुंचे. टीकाकरण को एक दिन के लिए रोक दिया गया था और सोमवार को फिर से शुरू किया गया था, लेकिन COWIN ऐप पर सूचीबद्ध कुछ ही लाभार्थी टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे.
COWIN ऐप में आ रही तकनीकी दिक्कत के कारण केवल 1618 लोग पहले दिन (शनिवार) टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचने में कामयाब रहे थे, जबकि कपूरथला एकमात्र ऐसा जिला था जिसने पहले दिन शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया, फिरोजपुर में केवल दो लोग ही शॉट्स लेने के लिए पहुंचे.