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MP: कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर कोविड वार्ड में भर्ती, वहां भी जारी है 'ड्यूटी'

स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संकट के समय पिछले एक साल से बिना रुके, बिना थके लगातार लोगों की सेवा में लगे हुए हैं. इस बीच भोपाल से ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने यह साबित होता है कि डॉक्टरों को भगवान का रूप यूं ही नहीं कहा जाता. 

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कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर कोविड वार्ड में भर्ती, वहां भी जारी है 'ड्यूटी'
कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर कोविड वार्ड में भर्ती, वहां भी जारी है 'ड्यूटी'
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हमीदिया अस्पताल के कोविड वार्ड में हैं भर्ती हैं डॉक्टर
  • खुद का ध्यान रखने के साथ ही कर रहे मरीजों का इलाज

मध्य प्रदेश में जहां कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी हुई है, वहीं यहां के चिकित्सक जी जान से संक्रमित लोगों का उपचार करने में जुटे हुए हैं. ऐसा ही एक बड़ा उदाहरण सामने आया है राजधानी भोपाल में. जहां खुद कोरोना संक्रमित होने के बाद भी डॉक्टर अपना ख्याल रखने के साथ ही कोविड वार्ड में भर्ती रहते हुए दूसरे मरीजों की देख रेख कर रहे हैं. 

जधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इन दिनों कोरोना से संक्रमित डॉ. अनुभव अग्रवाल और डॉ. अनुराधा चौधरी की जमकर चर्चा है. ये दोनों डॉक्टर खुद कोरोना से संक्रमित हैं और अस्पताल के वार्ड में भर्ती हैं. खुद कोरोना से संक्रमित होते हुए, जहां इन्हें अपने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, तो वहीं इन दोनों चिकित्सक ने अपने काम को धर्म मानते हुए सेवा का बीड़ा उठाया हुआ है. दोनों डॉक्टरों पर सेवा का ऐसा जुनून सवार है कि जिस कोविड वार्ड में दोनों भर्ती हैं वहां अन्य मरीजों की ना केवल देखभाल कर रहे हैं बल्कि उनका उत्साहवर्धन भी कर रहे हैं.

डॉक्टर अनुभव अग्रवाल 16 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से हमीदिया अस्पताल के ए ब्लॉक में एडमिट हैं. 'आजतक' से बात करते हुए उन्होंने बताया कि जब उन्हें खुद के कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला तो शुरुआत में घबराहट हुई, लेकिन जब कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की हालत को देखा तो रहा नहीं गया और यहां भर्ती रहकर ही उनके इलाज में जुट गया. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने यह पेशा चुनते समय शपथ ली थी कि किसी भी कीमत पर मरीज को अकेला नहीं छोड़ेंगे और इसलिए कोरोना वार्ड में रहकर ही मरीजों का चेकअप से लेकर उनका हेल्थ चार्ट तक सब देख रहे हैं. 

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वहीं, कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से हमीदिया अस्पताल में भर्ती डॉक्टर अनुराधा चौधरी भी रोज़ाना उनके ही वार्ड में भर्ती करीब 20 मरीजों की देखरेख में लगी हैं. वैसे तो डॉक्टर अनुराधा सर्जन हैं, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर वो दूसरे डॉक्टरों से परामर्श लेकर भी मरीजों को दवाई उपलब्ध करवा देती हैं. 

 

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