कोरोना महामारी के संकट भरे इस दौर में लोग एक दूसरे की मदद के लिए पीछे नहीं हट रहे हैं. ऐसे अनेकों उदाहरण देखने को मिल जाएंगे जहां पर लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की मदद की है. यूपी के कानपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर डॉक्टर ने अपनी मैरिज एनिवर्सरी के दिन प्लाज्मा डोनेट कर एक गंभीर मरीज की जान बचाई.
डॉक्टर मनीष कुछ दिन पहले ही कोरोना नेगेटिव हुए थे. मंगलवार को उनकी मैरिज एनिवर्सरी थी और पता चला कि हैलट अस्पताल में एक युवक को प्लाज्मा नहीं मिला तो उसकी जान चली जाएगी. डॉक्टर मनीष ने अपनी शादी की सालगिरह की खुशियों को भूलकर तुरंत ही अस्पताल पहुंचे और मरीज को प्लाज्मा डोनेट कर उसे नई जिंदगी दी.
बता दें, डॉक्टर मनीष हैलट हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के प्रमुख हैं, हाल ही में वो कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे.अब वो कोरोना से ठीक हुए मरीजों से प्लाज्मा इकठ्ठा करने की मुहीम में लगे हैं, जिससे लोगों की मदद की जाए. मंगलवार को कोरोना वार्ड तीन में भर्ती आकाश सक्सेना नाम के मरीज की हालत काफी खराब हो गई थी. आकाश की पत्नी को पूरे कानपूर में कहीं से भी ओ प्लस प्लाज्मा नहीं मिला. कोई डोनर भी नहीं मिला जिसकी वजह से आकाश के परिजनों की हिम्मत पूरी तरह से टूट चुकी थी.
इस दौरान स्टाफ के माध्यम से डॉक्टर मनीष को पता चला कि एक मरीज की हालात बहुत खराब है और उसे ओ प्लस प्लाजमा की जरूरत है, उन्होंने अपनी पत्नी डॉक्टर नेहा से सलाह ली और सीधे प्लाज्मा देने ब्लडबैंक पहुंच गए. इस तरह से उन्होंने एक मरीज की जान बचाई.
प्लाज्मा डोनेट करने के बाद डॉक्टर ने मनीष का कहना है कि उन्हें खुशी है कि वो इस संकट की घड़ी में किसी की मदद कर पाए. वो खुद कोरोना पॉजिटिव मरीज थे इसलिए उन्हें मालूम है कि इसका दर्द कैसा होता है. उन्होंने कहा कि वो आगे भी ऐसे ही लोगों की मदद करते रहेंगा. साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की ज्यादा से ज्यादा लोग अपना प्लाजमा दें और लोगों की जान बचाएं.