यह संक्रमण का हवा में फैलने वाले वायरल कणों की वजह से माना गया था जिसकी वजह से अपार्टमेंट का वो परिसर ज्यादा संक्रमित हो गया था, जहां वो मरीज रहता था. वायरल की ज्यादा मात्रा के संपर्क में आने के कारण ही उस बिल्डिंग के पड़ोसियों में भी संक्रमण फैलने लगा था जबकि दूसरी तरफ, इस बिल्डिंग से थोड़ी दूर रहने वाले लोग उतने संक्रमित नहीं थे.