गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर के निदेशक एलेक्जेंडर
गिंट्सबर्ग का कहना है कि हमने कोरोना के जो कण वैक्सीन में इस्तेमाल किए
हैं, वो शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते. ये कण शरीर में अपनी संख्या नहीं
बढ़ाते. वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों में बुखार की स्थिति बन सकती है,
लेकिन ऐसा इम्यून सिस्टम बूस्ट होने के कारण होता है. लेकिन, पैरासिटामॉल
से इसके साइडइफेक्ट को खत्म किया जा सकता है.