चकाचौंध और रफ्तार का शहर मुंबई इन दिनों सन्नाटे का शहर बन गया है. कोरोना वायरस ने पूरे शहर को लॉक कर रखा है. देश के किसी राज्य में कोरोना के जितने केस नहीं हैं उससे ज्यादा केस सिर्फ मुंबई शहर में हैं. कोरोना के आंकड़े महाराष्ट्र की नहीं देश की भी टेंशन बढ़ा रहे हैं.
महाराष्ट्र के 5649 केस में अकेले मुंबई से 3683 केस हैं. महाऱाष्ट्र में कुल 789 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे तो मुंबई में ऐसे मरीजों की संख्या 425 है. महाराष्ट्र में 269 मरीजों की कोरोना से जान जा चुकी है इनमें अकेले में मुंबई 161 लोगों की मौत हो चुकी है.
अगर रिकवरी रेट की बात करें तो मुंबई में मरीजों के ठीक होने की रफ्तार प्रति सौ मरीज करीब 11 की है, राष्ट्रीय स्तर से करीब 8 कम. इसी तरह मृत्यु दर के पैमाने पर भी मुंबई चिंता का सबब है. यहां प्रति सौ मरीज में 4 से ज्यादा मरीज मर रहे हैं जो राष्ट्रीय दर से ज्यादा है.
हालांकि अच्छी बात ये है कि कोरोना केस के दोगुना होने की रफ्तार में कमी आई है. पहले पांच दिन में मरीज दोगुना हो रहे थे अब इसमें सात दिन लगते हैं. कोरोना पर काबू पाने के लिए ही महाराष्ट्र में 465 कंटेंनमेंट जोन बनाए गए हैं. (Photo: PTI)