अमन की मंथली सैलरी 1 लाख रुपये है, यह एक अच्छी सैलरी है. परिवार भी छोटा है. लेकिन फिर भी पैसा बचता नहीं है, अमन कहता है कि किसी महीने कुछ बच जाता है, फिर अगले महीने उससे ज्यादा खर्च हो जाता है. ऐसे में कुल मिलाकर सैलरी अच्छी होने के बावजूद हाथ खाली है.
अमन को हर महीने की पहली तारीख को सैलरी (Salary) मिल जाती है. लेकिन महीने के आखिर में फिर सैलरी का इंतजार करना पड़ता है. अमन की समस्या ये है कि उसे समझ में नहीं आ रहा है कि पैसे कहां खर्च हो जाते हैं. हर महीने वो चाहता है कि अगले महीने से बचत पर फोकस करेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता.
अब अमन को क्या करना चाहिए, ताकि वित्तीय तौर पर वो आत्मनिर्भर हो, आने वाले फ्यूचर के लिए प्लानिंग कर पाएं. अमन को अपनी एक लाख की सैलरी में से कितना बचाना चाहिए और उस बचत राशि को कहां निवेश करने पर थोड़ा जोखिम के साथ मोटा रिटर्न मिल सके.
जानकारों के मुताबिक अमन की सैलरी अच्छी है और वो बचत को लेकर भी गंभीर हैं, ऐसे में वो वेल्थ क्रिएट (Wealth) करने के लिए इन फॉर्मूले को अपना सकते हैं. सबसे पहले अमन बजट बनाएं, अपनी आय और खर्चों की लिस्ट बनाएं. इससे आपको पता चलेगा कि आपके पास कितना पैसा बचत के लिए है.
कहां करें निवेश?
अमन को अपनी आय का कम से कम 20% बचाना चाहिए. इससे आपको लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएट करने में मदद मिलेगी. इस राशि को आप शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट और गोल्ड बॉन्ड समेत कई निवेश के विकल्पों में लगा सकते हैं. जिस तरह से अमन की उम्र अभी 30 के आसपास है, ऐसे में उन्हें फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विकल्पों पर कम फोकस करना चाहिए, क्योंकि वो जहां जॉब कर रहे हैं वहां PF में कंट्रीब्यूशन हो रहा है. हालांकि हमेशा डायवर्सीफाइ पोर्टफोलियो से जोखिम कम और रिटर्न अच्छा मिलता है.
लंबी अवधि के लिए निवेश करें
निवेश हमेशा लंबी अवधि के लिए कीजिए. इससे आपको समय के साथ अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलेगी. आज हर हाथ में मोबाइल है ऐसे में जब भी वक्त मिले तो रील देखने की बजाय फाइनेंस से जुड़ी चीजों को पढ़ें. साथ ही आप वित्तीय सलाहकार की भी मदद ले सकते हैं कि कैसे सेविंग करें और उसे कहां-कहां लगाएं.
आइए एक उदाहरण से समझते हैं.... अमन को फिलहाल क्या फॉर्मूला अपनाना चाहिए. (सैलरी 1 लाख रुपये)
जरूरी खर्च: 50% (50,000 रुपये)
बचत: 20% (20,000 रुपये)
निवेश: 15% (15,000 रुपये)
वैकल्पिक खर्च: 10% (10,000 रुपये)
अन्य: 5% (5,000 रुपये)
अब इसे विस्तार से समझते हैं...
अमन को 50 फीसदी जरूरी कामों पर खर्च करना चाहिए...
- अगर किराये पर रहता है कि रेंट की राशि 15% होनी चाहिए, यानी 15 हजार रुपये.
- खाने-पीने पर 10% खर्च, यानी राशन पर 10,000 रुपये.
- ट्रांसपोर्ट पर 5% खर्च, यानी 5,000 रुपये.
- बिजली समेत तमाम बिलों पर खर्च 5%, यानी 5 हजार रुपये.
- अन्य जरूरी खर्च पर 15% राशि यानी 15,000 रुपये.
अब बचत की बात करते हैं...
अमन को कम से कम सैलरी में से 20% राशि, यानी 20 हजार रुपये बचाना चाहिए.
- जिसमें 5 फीसदी यानी 5000 रुपये महीने शेयर बाजार में लगाना चाहिए.
- म्यूचुअल फंड हर महीने 5 फीसदी राशि यानी 5,000 रुपये की SIP करनी चाहिए.
- इसके अलावा रियल एस्टेट में 5% का निवेश करना चाहिए, यहां रियल एस्टेट से जुड़े ETF में मंथली 5,000 रुपये लगाना चाहिए.
- बाकी 5 हजार रुपये हर महीने अपने सेविंग अकाउंट में रखें.
अमन 10 फीसदी राशि यानी 10 हजार रुपये वैकल्पिक खर्च कर सकते हैं, जिसमें मनोरंजन, ट्रैवलिंग और अन्य खर्च.
- मनोरंजन पर 5% यानी 5,000 रुपये.
- ट्रैवल पर 3% यानी, करीब 3,000 रुपये.
- अन्य खर्च 2% यानी 2,000 रुपये महीने मानकर चल सकते हैं.
अगर कोई EMI चल रही है तो उसपर अपनी आमदनी का 5 फीसदी राशि खर्च करना चाहिए. हालांकि अगर अमन किराये पर रहते हुए अपनी कार लेना चाहते हैं तो EMI की राशि 8% यानी 8000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा अमन को हर साल सैलरी बढ़ने के साथ निवेश को भी बढ़ाना होगा. कुछ मिलाकर अमन को कम से कम अपनी आय का 30% हिस्सा निवेश करना चाहिए, ताकि फ्यूचर के सभी गोल हासिल हो सके.