मंगलवार को शेयर बाजार में गिरावट के बीच इलेक्ट्रिक कंट्रोल पैनल्स और मेडिकल एक्स-रे सिस्टम बनाने वाली कंपनी साक्षी मेडटेक एंड पैनल्स (Saakshi Medtech and Panels) की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई.
साक्षी मेडटेक एंड पैनल्स के शेयरों की NSE के SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग हुई. जबर्दस्त लिस्टिंग गेन (Listing Gain) से निवेशक गदगद हो गए. आईपीओ निवेशकों को करीब 51 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिला है. यही नहीं, लिस्टिंग के बाद भी शेयरों में तेजी बरकरार है और कुछ ही देर में अपर सर्किट लग गया. इस शेयर के लिए 5 फीसदी का अपर सर्किट निर्धारित है. शेयर 153.30 रुपये पर पहुंच गया है. यानी इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 58 फीसदी का प्रॉफिट हो रहा है.
शानदार लिस्टिंग से निवेशक खुश
बता दें, Saakshi Medtech and Panels के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था, IPO कुल 91 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इस आईपीओ में खुदरा निवेशकों ने भी जमकर पैसे लगाए थे, और उनके लिए रिजर्व हिस्सा 75 गुना से अधिक भरा था. इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 37.35 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 200.78 गुना और खुदरा निवेशकों का 75.88 गुना भरा था.
रिटेल निवेश को एक लॉट के लिए 1,16,400 रुपये लगाने थे. अगर निवेशकों में आईपीओ में शेयर अलॉट हुए हैं, उन्हें लिस्टिंग के साथ ही 51 फीसदी यानी 59,364 रुपये का मुनाफा हुआ है. साथ ही उसके बाद 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा है.
लिस्टिंग के बाद शेयर में लगा अपर सर्किट
शेयर का इश्यू प्राइस 97 रुपये प्रति शेयर था. जबकि इसकी लिस्टिंग NSE SME पर 146 रुपये पर एंट्री हुई. साक्षी मेडटेक एंड पैनल्स का आईपीओ 45.16 करोड़ रुपये के लिए 25-27 सितंबर के बीच खुला था. आईपीओ से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी मौजूदा प्लांट में सिविल कंस्ट्रक्शन, कर्ज चुकाने, नए प्लांट और मशीनरी, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में करेगी.
साक्षी मेडटेक एंड पैनल्स इलेक्ट्रिकल कंट्रोल पैनल्स और कैबिनेट की डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग और एसेंबलिंग करती है. 2001 में बनी यह कंपनी एलीवेटर में इस्तेमाल होने वाले कैबिनेट और इलेक्ट्रिकल कंट्रोल पैनल, एयर कंप्रेसर, मेडिकल एक्स-रे सिस्टम उपकरण बनाती है.
इस कंपनी ने महाराष्ट्र के पुणे में तीन प्लांट हैं. कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है. वित्त वर्ष-2021 में इसे 2.20 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 9.38 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 12.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.