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दूसरे विश्व युद्ध में बर्मा से कारोबार समेटा, ठिकाना बना भारत, मुरुगप्पा ग्रुप के बारे जानते हैं आप? 9 लिस्टेड कंपनियां...

About Murugappa Group: मुरुगप्पा ग्रुप की शुरुआत 1900 में बर्मा यानी म्यांमार हुई थी, ग्रुप का पहला बिजनेस बैंकिंग से जुड़ा हुआ था, जिसे AMM Rm Firm के नाम से जाना जाता था. इसके संस्थापक दीवान बहादुर ए. एम. मुरुगप्पा चेट्टियार थे.

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 मुरुगप्पा ग्रुप की कुल 9 कंपनियां भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड हैं.
मुरुगप्पा ग्रुप की कुल 9 कंपनियां भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड हैं.

टाटा (Tata) और बिड़ला (Birla) ग्रुप को सब जानते हैं. बड़ा नाम है, और देश में बड़ा कारोबार भी है. लेकिन देश में एक और बड़ा ग्रुप है, जिसके बारे में अधिकतर लोगों को पता नहीं है. हालांकि इस ग्रुप की कंपनियों के बारे में करीब-करीब सबको पता है. क्या आप मुरुगप्पा समूह (Murugappa Group) के बारे में जानते हैं? भले ही आपको इस ग्रुप के बारे में जानकारी न हो, लेकिन अगर आपसे Hercules Cycle के बारे में पूछा जाए, तो आपका जवाब होगा, इसे कौन नहीं जानता है.
 
आइए Murugappa Group के बारे में जानते हैं...
मुरुगप्पा समूह (Murugappa Group) भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित व्यापारिक समूहों में से एक है, इसकी स्थापना 1900 में दीवान बहादुर ए. एम. मुरुगप्पा चेट्टियार ने की थी. इस ग्रुप का मुख्यालय तमिलनाडु के चेन्नई में है. सबसे खास बात है कि इस ग्रुप की कुल 9 कंपनियां भारतीय शेयर बाजार (NSE और BSE) में लिस्टेड हैं. वहीं इस ग्रुप की कुल 28 व्यवसाय इकाइयां हैं. अगर काम की बात करें तो यह ग्रुप Abrasives, ऑटोमोटिव पार्ट्स, साइकिल, चीनी, कृषि इनपुट, उर्वरक, बागान, जैव-उत्पाद और न्यूट्रास्यूटिकल्स सेक्टर में मौजूद है. 

इस ग्रुप का इतिहास बहुत पुराना है, इस ग्रुप की शुरुआत भारत में नहीं हुई थी. दूसरे विश्व युद्ध से ठीक पहले इस ग्रुप ने अपना कारोबार भारत में शिफ्ट कर दिया था. दरअसल, मुरुगप्पा ग्रुप की शुरुआत 1900 में बर्मा यानी म्यांमार हुई थी, ग्रुप का पहला बिजनेस साहूकारी और बैंकिंग से जुड़ा था, जिसे AMM Rm Firm के नाम से जाना जाता था. इसके संस्थापक दीवान बहादुर ए. एम. मुरुगप्पा चेट्टियार थे. उन्होंने अपने इस बिजनेस को म्यांमार, मलाया (वर्तमान मलेशिया), श्रीलंका, वियतनाम और फ्रेंच इंडो-चाइना में फैला रखा था. लेकिन 1930 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी आक्रमण के कारण समूह ने अपने कारोबार को भारत स्थानांतरित कर दिया, और फिर चेन्नई से कंपनी का कारोबार चलने लगा.

1940 के दशक में मुरुगप्पा समूह अपने कारोबार को एमरी पेपर, स्टील फर्नीचर और बाद में साइकिल और उर्वरक जैसे क्षेत्रों में फैलाया. 1981 में समूह ने E.I.D. Parry का अधिग्रहण किया, जो कि करीब 200 साल पुरानी चीनी निर्माता कंपनी है. इसके बाद कई और सेक्टर में कंपनी ने कदम रखा.  

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कार्बोरंडम यूनिवर्सल लिमिटेड (CUMI): अपघर्षक, तकनीकी सिरेमिक्स और इलेक्ट्रो-मिनरल्स में अग्रणी। यह ऑटोमोटिव, स्टील और निर्माण उद्योगों के लिए उत्पाद बनाती है. 

चोलमंडलम इनवेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (CIFCL): गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी, व्हीकल लोन, होम लोन और SME लोन प्रदान करती है. यह ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिति रखती है. 


चोलमंडलम फाइनेंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड: वित्तीय सेवाओं में निवेश करती है, जिसमें गैर-बैंकिंग वित्त और बीमा शामिल हैं.
चोलमंडलम MS जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड: कंपनी सामान्य बीमा और जोखिम प्रबंधन सेवाएं प्रदान करती है.
कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड: ये कंपनी उर्वरक, कृषि समाधान और जैव-उत्पादों में अग्रणी है. यह भारत के करीब 2 करोड़ किसानों तक अपनी सेवाएं देती हैं.
E.I.D. Parry (India) लिमिटेड: चीनी, न्यूट्रास्यूटिकल्स और जैव-कीटनाशकों का निर्माण करती है. यह भारत की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है.
ट्यूब इनवेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया लिमिटेड (TII): कंपनी साइकिल, ऑटोमोटिव चेन और धातु ट्यूब जैसे इंजीनियरिंग उत्पाद बनाती है. यह इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में भी निवेश कर रही है.
शांति गियर्स लिमिटेड: ट्रांसमिशन सिस्टम और गियर्स में विशेषज्ञता.
वेंड्ट (इंडिया) लिमिटेड: सुपर अपघर्षक और औद्योगिक सिरेमिक्स का निर्माण.
CG पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस लिमिटेड: पावर सिस्टम और औद्योगिक सिस्टम में कार्यरत, जो ट्रांसफॉर्मर और रेलवे सिग्नलिंग उपकरण बनाती है. 
ग्रुप की अनलिस्टेड कंपनियों में पैरी एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड (चाय और बागान) और कोरोमंडल इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (निर्माण और रियल एस्टेट) शामिल हैं. 

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मुरुगप्पा ग्रुप के पास कई फेमस ब्रांड्स हैं.
साइकिल: BSA, Hercules, Montra, Montra Electric, Mach City
कृषि और उर्वरक: Gromor, Paramfos
चीनी और खाद्य: Parry’s
फाइनेंस: Chola, Chola MS
अपघर्षक और इंजीनियरिंग: Ajax, Shanthi Gears, CUMI

भारत के अलावा दुनिया के 40 से अधिक देशों में ग्रुप का कारोबार फैला हुआ है. ऑस्ट्रेलिया, चिली, फ्रांस, रूस, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम और अमेरिका में मुरुगप्पा ग्रुप का बिजनेस है. इसने अंतरराष्ट्रीय कंपनियां Groupe Chimique Tunisien, Foskor, Mitsui Sumitomo, Morgan Advanced Materials और Yanmar & Co. के साथ मजबूत साझेदारियां की हैं.

समूह की होल्डिंग कंपनी अंबादी इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड (Ambadi Investments Limited) है, जो परिवार के स्वामित्व में है और समूह की कई कंपनियों में नियंत्रण हिस्सेदारी रखती है. जबकि परिवार का प्रबंधन मुरुगप्पा मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड (MMSL) के माध्यम से होता है, जो 1972 से कार्यरत है. 

मुरुगप्पा ग्रुप का नेतृत्व वर्तमान में चौथी और 5वीं पीढ़ी के परिवार के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है. एम.एम. मुरुगप्पन ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष हैं, साथ ही वो कार्बोरंडम यूनिवर्सल (CUMI) और Chola MS General Insurance के बोर्ड में शामिल हैं. वेल्लयन सुब्बैया चोलमंडलम इनवेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी के अध्यक्ष हैं. ए वेल्लयन कोरोमंडल इंटरनेशनल के चेयरमैन एमेरिटस हैं, जबकि अरुण मुरुगप्पन ट्यूब इनवेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं. समूह में कुल 10 सदस्य चौथी और पांचवीं पीढ़ी से सक्रिय हैं. खास तर पर ग्रुप में एम.एम. मुरुगप्पन, वेल्लयन सुब्बैया और अरुण मुरुगप्पन प्रमुख भूमिकाएं निभा रहे हैं. 

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मुरुगप्पा ग्रुप में 83,500 से अधिक कर्मचारी हैं. कंपनी अब इलेक्ट्रिक वाहन, सेमीकंडक्टर और कृषि जैसे सेक्टर्स में फोकस कर रही हैं. कंपनी करीब 125 साल भारत के विकास में योगदान दे रही है. ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी चोला इंवेस्टमेंट एंड फाइनेंस लिमिटेड है, जिसका मार्केट कैप ₹86,507 Cr रुपये है, दूसरी बड़ी कंपनी CG Power है, जिसका मार्केट कैप करीब 55000 करोड़ रुपये है, जबकि तीसरी बड़ी कंपनी Tube Investment of India है, जिसका मार्केट कैप करीब 52000 करोड़ रुपये है. 

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