शेयर बाजार (Share Market) में दीपावली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा 5 दशक से ज्यादा पुरानी है. कारोबारी इस दिन मां लक्ष्मी की खास आराधना करते हैं और इस दिन अपना काम बंद नहीं करते, बल्कि अपना काम और निष्ठा से करते हैं. कुछ लोग इस दिन नए कारोबार की शुरुआत भी करते हैं.
दिवाली से ही हिंदू लेखा वर्ष संवत की शुरुआत होती है और कारोबारी इस दिन अपने बहीखाते की पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि दिवाली के शुभ दिन किसी कारोबार की शुरुआत से साल भर बरक्कत हो सकती है.
शाम 6 से 7 बजे तक मुहुर्त ट्रेडिंग
हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक खास समय तय होता है. इस मुहुर्त ट्रेडिंग के लिए 1 नवंबर को शाम 6 से 7 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है. मुहूर्त ट्रेडिंग एक घंटे के लिए खुली रहती है. बीएसई (BSE) पर पहली बार साल 1957 में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत हुई थी. जबकि एनएसई (NSE) में साल 1992 से इसकी शुरुआत हुई.
माना जाता है कि विशेष मुहूर्त में ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि इस मौके पर किया गया निवेश फायदा देता है. हालांकि इस मौके पर भावनाओं में आकर ओवर वैल्यूड शेयरों की खरीदारी से बचना चाहिए. निवेशक इस शुभ मौके पर वैल्यू बेस्ड स्टॉक खरीदते हैं, और उसे लंबे समय तक रखते हैं.
कई व्यापारियों का मानना है कि मुहूर्त ट्रेडिंग आने वाले वर्ष के लिए अच्छी किस्मत लाती है. Diwali का पर्व हिंदू नव वर्ष कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि और सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है. ठीक इसी तरह इस मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ भी कुछ ऐसी ही धारणा जुड़ी हुई है.
मुहुर्त ट्रेडिंग का इतिहास
एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 17 में से 13 मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स (Sensex) में तेजी दर्ज की गई थी. क्योंकि लोग इस शुभ मौके पर ज्यादा खरीदारी करते हैं. सबसे ज्यादा साल 2008 में मुहुर्त ट्रेडिंग के दौरान बाजार में 5 फीसदी की तेजी आई थी.
Muhurat Trading के दौरान शेयरों में निवेश को लेकर कुछ खास बातों का ध्यान रखने से आप घाटे में नहीं रहेंगे, बल्कि जैसा सोचा है उसी हिसाब से मुनाफा मिल मिल सकता है. इसके लिए शेयर बाजार एक्सपर्ट्स ने टिप्स बताए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के मूल सिद्धांतों के साथ बने रहें और कम अवधि में त्वरित रिटर्न के लिए जल्दबाजी में निर्णय बिल्कुल भी न लें.
गौरतलब है कि पिछली दिवाली से इस दिवाली तक अगर बाजार की चाल पर नजर डालें तो सेंसेक्स ने करीब 25 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी ने 27 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को दिया है.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)