इराक में अशांति से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 9 महीने के उच्च स्तर पर पहुंचने के बीच शुक्रवार को स्थानीय बाजार में निवेशकों की बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 348 अंक टूट गया. यह चार महीने में किसी एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है.
इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के रुख से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई. डॉलर की तुलना में रुपया 50 पैसे नीचे 59.78 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में दिन के उच्च स्तर 25,688.31 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि, दूसरे पहर बिकवाली दबाव से यह 348.04 अंक टूटकर 25,228.17 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 25,171.61 अंक के निचले स्तर पर आ गया था.
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 107.80 अंक नीचे 7,542.10 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान, निफ्टी 7,525.35 अंक पर आ गया था. डीलरों ने कहा कि इराक में अशांति से तेल आपूर्ति बाधित होने की आशंका से वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बनी हुई है.
वहीं डॉलर के मुकाबले रुपया में गिरावट से भी बाजार की धारणा कमजोर हुई. विदेशी पूंजी प्रवाह की गति धीमी होने से भी बाजार की धारणा पर कुछ हद तक असर पड़ा. अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को एफआईआई ने 652.35 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे.
ब्रोकरों ने कहा कि यह लगातार पांचवा मौका है जब ‘13 तारीख का शुक्रवार’ बाजार के लिए मनहूस साबित हुआ है. इससे पहले चार मौकों पर सेंसेक्स 19 से 238 अंक के बीच टूटा था.