आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती की विकास संबंधी परियोजनाओं के लिए सिंगापुर के दो टाउनशिप डेवलपर बोली लगा सकते हैं. एसेंडास सिंगब्रिज और सेम्बकोर्प डेवल्पमेंट ने शहर परियोजना के निर्माण में रुचि दिखाई है जिसके लिए सिंगापुर ने सोमवार को आंध्र प्रदेश सरकार के पास मास्टर प्लान जमा कराया.
तैयार है ब्लूप्रिंट
सिंगापुर के सुरबना जुरोंग ने अमरावती शहर के मास्टर प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार किया है. उसने राजधानी के लगभग 7000 वर्ग किलोमीटर इलाके में से शुरुआत में 16.9 वर्ग किलोमीटर इलाके में भूखंड इस्तेमाल और बुनियादी ढांचों की योजना संबंधी मास्टर प्लान तैयार किया है. सरकार को मार्च में 7,235 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करने वाला पहले चरण का ब्लूप्रिंट भेज दिया गया था जबकि 125 वर्ग किलोमीटर के लिए दूसरे चरण का ब्लूप्रिंट मई में भेजा गया था.

एसेंडास सिंगब्रिज के वाईस सीईओ मनोहर खतानी ने कहा, ‘हम मास्टर प्लान उपलब्ध होने पर इसका अध्ययन करेंगे ताकि उन इलाकों की पहचान की जा सके जहां हम संभावित रूप से भाग ले सकते हैं और शहरी विकास में अपनी विशेषज्ञता से योगदान दे सकते हैं.’ खतानी ने भारत को निवेश के लिए बेहद आकर्षक बाजार बताया.
बिजली भी बनाएंगे
सेम्बकोर्प डेवल्पमेंट के सीईओ केल्विन तेओ ने बताया कि उनकी कंपनी ने आंध्र प्रदेश समेत भारत के सात राज्यों में 3300 मेगावाट से अधिक की थर्मल एवं नवीनीकृत ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश किया है. संयुक्त योजनाएं वर्ष 2050 तक अमरावती के विकास का काम करेंगी.

अब गेंद सरकार के पाले में
सिंगापुर के व्यापार एवं उद्योग उप मंत्री एस ईश्वरन ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को राजामुंद्री में तीन चरणीय मास्टर प्लान का अंतिम प्लान पेश किया. राज्य सरकार को एक मास्टर डेवल्पर का चयन करना है. ईश्वरन ने कहा कि सारे मास्टर प्लान समय पर जमा कर दिए गए हैं और सिंगापुर इसे लागू करने में मदद करने का इच्छुक है.