गूगल मोटरोला स्मार्टफोन बिजनेस लेनोवो को बेचने जा रही है. यह सौदा 2.9 अरब डॉलर में हो रहा है. कंपनी इसे काफी कम राशि में बेच रही है.
गूगल ने 2012 में मोटोरोला का स्मार्टफोन बिजनेस 12.4 अरब डॉलर में खरीदा था लेकिन उसके बाद से यह कंपनी इसके गले की हड्डी बन गई थी. गूगल द्वारा उसे अधिग्रहित किए जाने के बाद मोटोरोला को लगभग 2 अरब डॉलर का घाटा हुआ. उसने वहां के 20,000 कर्मचारियों में से ज्यादातर को निकाल दिया और सिर्फ 3,800 को रखा.
गूगल को सिर्फ एक ही बार लाभ हुआ था, जब उसने अपना सेट टॉप ऑपरेशन 2.35 अरब डॉलर में एरिस ग्रुप को बेच दिया था. गूगल ने उसके कई उत्पादों के पेटेंट अपने पास रखे हुए हैं. लेनोवो पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. चीन में वह सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनी भी है, लेकिन अमेरिका और आस पास के बाजारों में उसकी कोई खास बिक्री नहीं है.
वह मोटोरोला को खरीदकर वहां के बाजारों में अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है. बताया जाता है कि उसने ब्लैकबेरी का भी बिजनेस खरीदने का प्रयास किया था. इस सौदे की खबर के बाद गूगल के शेयरों के दाम 2.5 प्रतिशत बढ़ गए.