दक्षिण अफ्रीका में इस महीने के आखिर में होने जा रहे ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) के शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापारी समुदायों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल का गठन किया जाएगा.
दक्षिण अफ्रीका की उद्योग एवं व्यापार मंत्री एलिजाबेथ थाबेथे ने बताया कि ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल पांच ब्रिक्स देशों के व्यापारिक समुदायों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने का एक मंच मुहैया कराएगा और सदस्यों के साथ-साथ पांचों ब्रिक्स सरकारों के बीच नियमित संवाद की सुविधा मुहैया कराएगा.
ब्रिक्स सम्मेलन के साथ ही चौथा ब्रिक्स बिजनेस फोरम डरबन में 25 से 27 मार्च को आयोजित होगा.
निवेश एवं व्यापार पहल पर 4 से 8 मार्च तक आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने आए दक्षिण अफ्रीकी प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख थाबेथे ने कहा कि साझा हितों और व्यापार एवं निवेश को बढ़ाने के क्षेत्र में हम 100 भारतीय कार्यकारियों के आगे आने की उम्मीद करते हैं.
इस बात का उल्लेख करते हुए कि आईबीएसए, जी-20 और डब्ल्यूटीओ जैसे मंच समेत कई बहुद्देश्यीय मंचों पर भारत दक्षिण अफ्रीका का महत्वपूर्ण साझीदार है, थाबेथे ने कहा कि दोनों देश दक्षिण-दक्षिण रिश्ते को मजबूत बनाना चाहते हैं. वर्ष 2012 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच व्यापार 14 अरब डॉलर से ऊपर था.
थाबेथे ने कहा कि व्यापार के संघटक से हालांकि यह पता चलता है कि दक्षिण अफ्रीका से भारत को मुख्य रूप से कच्चे माल का निर्यात होता है और मूल्य वर्धित उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में निवेश की इच्छा रखने वाले भारतीय व्यापारियों को समय के अनुसार मूल्य वर्धित में निवेश के लिए तैयार रहना चाहिए. हाल के वर्षों में भारतीय व्यापारियों ने दक्षिण अफ्रीका में खनन और कृषि जैसे क्षेत्रों में मूल्य वर्धन शुरू किया है. दक्षिण अफ्रीका में अभी तक भारतीय प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 3.8 अरब डॉलर है.