scorecardresearch
 
Advertisement
बिजनेस

निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग

निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 1/8
सरकार तेल कंपनियों में मौजूदा क्रॉस-होल्डिंग की संरचना को समाप्त कर सकती है क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के संचालन को संगठित करने और उनके निजीकरण की योजना पर विचार किया जा रहा है.

निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 2/8
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के अधीनस्थ (PSU) सभी तेल कंपनियों को दूसरी सरकारी कंपनियों के इक्विटी शेयर में किए गए निवेश से बाहर आने को कहा जाएगा. यह काम बाजार की दशाओं के आधार पर चरणबद्ध ढंग से होगा ताकि शेयर के मूल्य को अधिकतम किया जा सके.
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 3/8
सार्वजनिक क्षेत्र के तहत आने वाली तेल कंपनियों में क्रॉस-होल्डिंग की संरचना 1990 के दशक में बनाई गई थी, क्योंकि फंड जुटाने के लिए सरकार ने ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC), गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) में अपनी हिस्सेदारी बेची थी.

Advertisement
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 4/8
इसके फलस्वरूप ओएनजीसी में जहां गेल और आईओसी हिस्सेदारी क्रमश: 7.84 फीसदी और 2.45 फीसदी है, वहां आईओसी में ओएनजीसी और ओआईएल की हिस्सेदारी क्रमश: क्रमश: 14.20 फीसदी और 5.16 फीसदी है.
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 5/8
वहीं, गेल इंडिया में आईओसी और ओएनजीसी की हिस्सेदारी क्रमश: 2.44 फीसदी और 4.87 फीसदी है. ओआईएल में बीपीसीएल की हिस्सेदारी 2.42 फीसदी, एचपीसीएल की 2.47 फीसदी और आईओसी की 4.93 फीसदी है.
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 6/8
अगर सरकार पीएसयू तेल कंपनियों के क्रॉस-होल्डिंग शेयर की बिक्री करके अपनी हिस्सेदारी का विनिवेश करती है तो उससे एक अनुमान के तौर पर 40,000-50,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई जा सकती है.
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 7/8
एक सूत्र ने बताया, 'सरकार तेल क्षेत्र में क्रॉस-होल्डिंग को समाप्त करना चाहती है क्योंकि सरकार की सकेमन और निजीकरण योजना का मकसद दो से तीन एकीकृत बड़ी कंपनियां बनाना है. इससे ऐसी स्थिति पैदा होगी जहां क्रॉस-होल्डिंग को प्रतिस्र्धारोधी माना जाएगा और इससे हितों का टकराव होगा.'
निजीकरण से सरकारी तेल कंपनियों में खत्म होगी क्रॉस-होल्डिंग
  • 8/8
विश्लेषक भी मानते हैं कि भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) में लिवाली करने को सोच रहे रणनीतिक निवेशकों के लिए सूचीबद्ध निवेश की बिक्री के मायने हैं क्योंकि इससे भविष्य में सरकार द्वारा किसी प्रकार के हस्तक्षेप का खतरा कम हो जाएगा.
Advertisement
Advertisement