हालांकि, अगर पाकिस्तान इस समय अवधि में उस 27 प्वाइंट एक्शन प्लान पर काम करता है, तो फिर वो ग्रे-लिस्ट से बाहर आ सकता है. इससे पहले पाकिस्तान ने 8 जनवरी को 650 पेज की रिव्यू रिपोर्ट FATF को सौंपा था. एफएटीएफ द्वारा आतंकी संगठनों को फंड मुहैया कराने को लेकर पूछे गए 150 सवालों को लेकर यह रिपोर्ट सौंपी गई थी.