Tata Group की कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) से मर्जर को लेकर डील टूटते ही एक कंपनी का स्टॉक तूफानी तेजी से चढ़ गया और उसने 20 फीसदी की उछाल दर्ज की. हालांकि Tata Steel ने पांच अन्य कंपनियों से डील पूरी कर ली. बुधवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि उसने अपने कारोबार को सरल बनाने के लिए 9 में से 5 कंपनियों का मर्जर किया है. वहीं तीन के मर्जर को लेकर बात चल रही है.
बुधवार को मर्जर होने वाली कंपनियों में टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड (Tata Steel Mining Ltd), टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Steel Long Products Ltd), एस एंड टी माइनिंग कंपनी लिमिटेड (S&T Mining Ltd), द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड और टाटा मेटालिक्स लिमिटेड (Tata Metalicks Ltd) हैं. वहीं जिन तीन कंपनियों के साथ मर्जर प्रक्रिया चल रही है, उनमें भुवनेश्वर पावर प्राइवेट लिमिटेड, अंगुल एनर्जी लिमिटेड और द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड शामिल हैं.
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किस कंपनी का कितना टर्नओवर
टाटा ग्रुप की कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में रिकॉर्ड 19,700 करोड़ रुपये के सालाना कारोबार वाली पांच कंपनियों का विलय एक बेहतर संचालन के लिए अवसर दिखाता है. टाटा स्टील माइनिंग FY23 में 5,000 करोड़ रुपये है, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स का टर्नओवर 7,464 करोड़ रुपये, टिनप्लेट का टर्नओवर 3,983 करोड़ रुपये और मेटालिक्स का टर्नओवर 3,260 करोड़ रुपये था.
20 फीसदी चढ़ा इस कंपनी का शेयर
साल 2022 में टाटा स्टील ने ऐलान किया था कि नौ कंपनियों का मर्जर किया जाएगा, जिसमें से एक के साथ डील टूट चुकी है. यह कंपनी टाटा की सब्सिडरी कंपनी TRF है, यह स्टॉक बुधवार को 20 फीसदी तक चढ़ा. पांच दिन में यह स्टॉक 28 फीसदी चढ़ा है और अभी 327 रुपये पर शेयर है. टाटा स्टील के पास टीआरएफ लिमिटेड में 34 प्रतिशत शेयर हैं और इसे एक सहयोगी कंपनी कहा जाता है. वहीं टाटा स्टील का शेयर बुधवार को फ्लैट बंद हुआ.
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क्यों मर्जर को लेकर टूटी डील?
एक फाइलिंग में कहा गया है कि TRF ने टाटा स्टील से ऑर्डर देने और पूंजी लगाने के साथ-साथ देनदार वसूली, लागत और परिसंपत्ति अनुकूलन में कंपनी के प्रयासों के रूप में चल रहे महत्वपूर्ण समर्थन के कारण व्यावसायिक प्रदर्शन में सुधार हुआ है, जिस कारण बोर्ड मर्जर पर सहमत नहीं हुए.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)