scorecardresearch
 

Byjus को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका... ट्रिब्यूनल का आदेश खारिज, अब क्या होगा?

Supreme Court On Byju's: बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिकी कंपनी ग्लास ट्रस्ट कंपनी एलएलसी की याचिका पर अपना फैसला सुनाते हुए एडटेक फर्म बायजूस के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही बंद करने के NCLT के आदेश पर रोक लगा दी है.

Advertisement
X
बायजूस की नेटवर्थ 22 अरब डॉलर से घटकर शून्य हो गई
बायजूस की नेटवर्थ 22 अरब डॉलर से घटकर शून्य हो गई

दिवालियापन की कगार पर पहुंच गई एडटेक फर्म बायजूस (Byjus) को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है और अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भी कंपनी को करारा झटका दिया है. अदालत ने बुधवार को बायजूस को लेकर नेशनल लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के बायजू रविंद्रन के नेतृत्व वाली कंपनी के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही को बंद करने के आदेश को खारिज कर दिया. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन-सदस्यीय पीठ ने ये निर्देश दिया है. 

158.9 करोड़ रुपये के बकाये पर SC 
सुप्रीम कोर्ट ने NCLT के उस आदेश को भी पलट दिया है, जिसमें Byjus को इंडियन क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ 158.9 करोड़ रुपये के बकाया के निपटान की मंजूरी दी गई थी. बता दें कि बायजू के लोगो को आपने टीम इंडिया की जर्सी पर लंबे समय तक देखा होगा. इससे पहले Team India की जर्सी पर Oppo का लोगो दिखता था, जिसकी साल 2019 में बायजूस ने जगह ले ली थी. बीसीसीआई के साथ बायजूस का करार मार्च 2023 में खत्म हो गया था. 

अमेरिकी कंपनी की याचिका पर सुनवाई
अदालत ने बुधवार को एनसीएलएटी के आदेश के खिलाफ अमेरिकी कंपनी ग्लास ट्रस्ट कंपनी एलएलसी की याचिका पर अपना ये फैसला सुनाया. आदेश में कहा गया है कि क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को 158.9 करोड़ रुपये की निपटान राशि लेनदारों की समिति के पास जमा करने का निर्देश दिया है. पीठ ने कहा है कि एक अलग एस्क्रो खाते में रखी गई निपटान राशि को लेनदारों की समिति के एस्क्रो खाते में जमा करना होगा. गौरतलब है कि बीते अगस्त महीने में NCLT ने  BCCI के साथ 158.9 करोड़ रुपये के बकाया निपटान को मंजूरी देने के बाद बायजूस के खिलाफ दिवाला कार्यवाही को बंद करने का आदेश दिया था. लेकिन ये राहत ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी. 

Advertisement

22 अबर डॉलर से 0 हुई कंपनी की वैल्‍यू
एडटेक कंपनी Byju's की वैल्‍यू साल 2022 तक 22 अरब डॉलर थी, जो अब शून्‍य हो चुकी है. बायजूस फाउंड बायजू रवींद्रन ने खुद बीते दिनों एक वर्चुअल प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान इसकी जानकारी दी थी. उन्‍होंने कहा था कि निवेशकों के जाने के बाद कंपनी के पास पैसे खत्‍म हो गए और धीरे-धीरे करके कंपनी पूरी तरह से बर्बाद हो गई. हालांकि रवींद्रन ने कहा कि जल्‍द ही हम वापस आएंगे. फिलहाल कंपनी दिवालियापन संकट से जूझ रही है. उन्होंने कहा था कि प्रोसस जैसे निवेशकों ने एक समय में सबसे वैल्‍यूवेशन भारतीय स्टार्टअप में अपने निवेश को खत्म कर दिया है.

बायजू के पतन के ये बड़े कारण!
बात करें कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि Byju's देखते ही देखते अर्श से फर्श पर कैसे आ गिरी, तो बता दें कि इसके पीछे कई कारण रहे हैं. इनमें पहला तो ये कि कोविड-19 के प्रकोप के बीच ऑनलाइन एजुकेशन की डिमांड चरम पर थी, लेकिन जैसे ही कोरोना का साया हटा, ये कम होती चली गई. इसके अलावा कंपनी ने तमाम अधिग्रहण किए, जिसके चलते इस पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता गया. तीसरा और अहम कारण रहा, कि जैसे ही कंपनी की हालत पस्त होने लगी, तो एक के बाद एक बड़े इन्वेस्टर्स इसका साथ छोड़ते चले गए. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement