आधुनिक समय में लोग शेयर बाजार से लेकर म्युचुअल फंड तक पैसा लगा रहे हैं. लेकिन पिछले एक साल से शेयर बाजार में दबाव के कारण स्टॉक और म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को नुकसान कराया है. जिनसे पिछले साल सितंबर में निवेश किया था, वे अभी भी कई स्टॉक में रिकवरी नहीं कर पाए हैं. हालांकि एक असेट ने निवेशकों को इस गिरावट में भी कमाई कराया है.
हम बात कर रहे हैं सिल्वर ईटीएफ की, इस ETF ने निवेशकों के पैसे को साल 2025 में ही डबल किया है. चालू कैलेंडर वर्ष में अब तक सिल्वर ईटीएफ ने 100% से ज्यादा का रिटर्न दिया है. अब निवेशक इस दुविधा में आ गए हैं कि क्या वे पैसे निकाल लें या फिर निवेश जारी रखें.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपके पोर्टफोलियो में सिल्वर ईटीएफ की संख्या ज्यादा है तो आपको थोड़ा मुनाफा कमा लेना चाहिए, क्योंकि इससे आपको स्टैबिलिटी मिलेगी और पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा. लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म के बारे में सोच रहे हैं तो अभी बने रहना चाहिए. सिल्वर ईटीएफ लॉन्गटर्म में मोटा पैसा बनाकर दे सकता है.
किस साल में कितना रिटर्न?
सिल्वर ईटीएफ ने हर साल निवेशकों को पैसा बनाकर दिया है. यह 2022 से उद्योग में मौजूद हैं. कैलेंडर वर्ष 2022, 2023 और 2024 की तुलना में सिल्वर ईटीएफ ने इस साल सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है. रिटर्न 2022 में 36.12% था, जबकि 3 सालों के दौरान सिल्वर ईटीएफ ने 170 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. यह शेयर मार्केट में किसी इंडेक्स द्वारा दिए गए रिटर्न से कहीं ज्यादा है.
2025 में इतना क्यों चला सिल्वर ईटीएफ?
ग्लोबल स्तर पर अनिश्चतताओं, सोना ज्यादा महंगा होने से चांदी की ओर निवेशकों का रुख, चांदी का इंडस्ट्री में ज्यादा डिमांड के कारण सिल्वर ईटीएफ में तेजी आई है. इसके अलावा, दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की मजबूत खरीदारी और त्योहारी डिमांड के कारण कीमतों में और तेजी आई है. दूसरी ओर, सिल्वर ईटीएफ में तेजी की एक बड़ी वजह शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव है, जिस कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश अपनाया है.
गोल्ड ईटीएफ का प्रदर्शन
वहीं अगर गोल्ड ईटीएफ की ओर देखें तो 6 महीने में इसने निवेशकों को 30 फीसदी का रिटर्न दिया है. एक साल के दौरान इसने 65 फीसदी का रिटर्न दिया है. वहीं 2022 से लेकर अभी तक 130 फीसदी का रिटर्न निवेशकों को दिया है.
शेयर बाजार ने किया निराश
BSE सेंसेक्स ने पिछले एक साल के दौरान सिर्फ 5 फीसदी का ही रिटर्न दिया है. वहीं निफ्टी ने 6.25 प्रतिशत की तेजी दिखाई है. BSE स्मॉल कैप इंडेक्स ने एक साल के दौरान 8.24% का निगेटिव रिटर्न दिया है, जबकि मिडकैप ने 1 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है.
(नोट- किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)