ऑनलाइन पेमेंट सर्विसेज मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी पेटीएम (Paytm) को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, बुधवार को डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस देने वाली कंपनी Paytm की बैंकिंग शाखा पेटीएम पेमेंट बैंक (Paytm Payment Bank) पर नया कस्टमर जोड़ने पर पाबंदी लगा दी गई है. यानी अब PPBL के साथ कोई नया ग्राहक नहीं जुड़ सकेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को ये आदेश जारी किया.
डिपॉजिट-टॉपअप नहीं होंगे स्वीकार
Paytm Payment Bank में नए कस्टमर जोड़ने पर पाबंदी लगाए जाने के साथ ही, आरबीआई (RBI) ने ये आदेश भी जारी किया है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और FASTag में डिपॉजिट/टॉप-अप स्वीकार नहीं किए जाएंगे.
Action against Paytm Payments Bank Ltd under Section 35A of the Banking Regulation Act, 1949https://t.co/bswaWHSxtk
— ReserveBankOfIndia (@RBI) January 31, 2024
बैंक के ग्राहकों द्वारा सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, प्रीपेड इस्ट्रूमेंट्स, फास्टैग (FASTag), नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) समेत अपने खातों से शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति बिना किसी प्रतिबंध के दी जाएगी. यानी आरबीआई द्वारा स्पष्ट किया गया है कि सेविंग्स बैंक अकाउंट, करंट अकाउंट और फास्टैग समेत अन्य में पहले से डिपॉजिट रकम को निकालने या फिर इसका इस्तेमाल बिना रोक-टोक के किया जा सकेगा. RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ ये एक्शन बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट-1949 के सेक्शन 35A के तहत लिया है.
RBI ने क्यों लिया पेटीएम पर एक्शन?
रिजर्व बैंक की ओर से Paytm Payment Bank पर लिए गए इस एक्शन के संबंध में कहा गया है कि एक ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटर्स के द्वारा सत्पापित रिपोर्ट के बाद पेटीएम की बैंकिंग सर्विस में गैर अनुपालन और मैटेरियल सुपरवाइजरी चिंताएं उजागर हुई हैं. इस सबके बीच ये फैसला लिया गया है और आदेश के तहत नए ग्राहक जोड़ने पर बैन के साथ ही आगामी 29 फरवरी 2024 के बाद से मौजूदा ग्राहकों के अकाउंट्स में भी ट्राजैक्शंस पर रोक लगा दी गई है.
Paytm के शेयरों पर दिख सकता है असर
रिजर्व बैंक के इस फैसले का असर गुरुवार को पेटीएम के शेयरों पर दिखाई दे सकता है. गौरतलब है कि इससे पहले भी बीते दिनों कंपनी के शेयरों में 20 फीसदी तक की बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. इसके पीछे की बजह Paytm Payment Bank द्वारा छोटे पोस्टपेड लोन (Paytm Postpaid Loan) कम करने के प्लान को बताया जा रहा है.
दरअसल, कंपनी की एनालिस्ट मीट में छोटे साइज के पोस्टपेड लोन घटाने और बड़े साइज के पर्सनल लोन और मर्चेंट लोन बढ़ाने के प्लान का ऐलान किया गया था. लेकिन, कंपनी की ये योजना ब्रोकरेज हाउसेस को पसंद नहीं आई और उन्होंने कंपनी के रेवेन्यू अनुमान में कटौती कर दी. अब पेटीएम पर आरबीआई के इस आदेश का बुरा प्रभाव कंपनी के शेयरों पर दिखाई दे सकता है.