चीनी स्मार्टफोन कंपनी विवो (Vivo) की वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय कारोबार में 25,060 करोड़ रुपये की जबरदस्त बिक्री हुई है. यह एक साल के पहले के मुकाबले 45 फीसदी ज्यादा है.
हालांकि उसका घाटा और बढ़ा है. विवो मोबाइल इंडिया ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को जो जानकारी दी है उसके मुताबिक 31 मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में उसकी बिक्री सिर्फ 17,201.7 करोड़ रुपये थी. यह डेटा मार्केट इंटेलीजेंस फर्म Tofler ने साझा किया है.
कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना
कंपनी को भारतीय बाजार में शाओमी (Xiaomi) और सैमसंग से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से विवो भारत में तीसरी कंपनी है. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी को कुल 348.94 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि एक साल पहले उसे सिर्फ 18.94 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
इस घाटे की मुख्य वजह यह है कि इस दौरान कंपनी के खर्च बढ़े हैं. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का खर्च 25,618.7 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसके एक साल पहले उसका खर्च 17,397.71 करोड़ रुपये था.
क्या कहा कंपनी ने
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कंपनी ने बताया है कि, 'वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की बिक्री में एक साल पहले के मुकाबले रिकॉर्ड बढ़त हुई है. इस दौरान इसकी कुल बिक्री में 45.68 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस दौरान कंपनी को 348.94 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जबकि एक साल पहले उसे 18.94 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.'
कंपनी ने कहा कि भारत में उसे लागत घटाने और कार्यक्षमता बढ़ाने पर फोकस करना पड़ रहा है. कंपनी नई टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही है और अपने उत्पादों में विविधता ला रही है. उसे अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छी रकम खर्च करनी पड़ रही है.
गौरतलब है कि दिसंबर 2020 तिमाही तक भारत में चीनी कंपनी शाओमी POCO सहित 26 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ नंबर एक स्मार्टफोन कंपनी थी. इसके बाद सैमसंग (21 फीसदी), विवो (16 फीसदी), रियलमी (13 फीसदी) और ओप्पो (10 फीसदी) का स्थान है.