कोरोना के लिए कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी Serum Institute of India (SII) और दिग्गज फार्मा कंपनी Biocon Biologics (BBL) ने हाथ मिला लिया है. इस करार के तहत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज (SILS) की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी Covidshield टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (CTPL) का BBL में विलय कर दिया गया है. यह सौदा करीब 5145 करोड़ रुपये (70 करोड़ डॉलर) में हुआ है.
दोनों कंपनियां मिलकर कुछ नए टीकों का विकास करेंगी और इसे दुनियाभर के बाजारों में पहुंचाएंगी. शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बायोकॉन ग्रुप Biocon की चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ और SII के CEO अदर पूनावाला ने यह जानकारी दी.
क्या मिलेगा बायोकॉन को
दोनों कंपनियां भारत के वैक्सीन और बायोलॉजिक्स डेवलपमेंट फील्ड में कुछ बड़ा करने की तैयारी कर रही हैं. इससे बीबीएल को अगले 15 साल तक हर साल 10 करोड़ डोज वैक्सीन उपलब्ध होंगे. कंपनी को SILS के वैक्सीन को दुनिया के बाजारों में भी बेचने का अधिकार मिलेगा. गौरतलब है कि विलय होने वाली CTPL सीरम की सहायक कंपनी है और इसका नाम कोविडशील्ड (Covidshield) है न कि कोविशील्ड.
सीरम को क्या फायदा
दूसरी तरफ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज (SILS) को Biocon Biologics (BBL) में 15 फीसदी कीहिस्सेदारी मिलेगी. बीबीएल का वैल्युएशन करीब 36,000 करोड़ रुपये (4.9 अरब डॉलर) माना गया है.
दोनों ने कहा कि इस डील से दोनों कंपनियों की तरक्की होगी. इससे बायोकॉन को वैक्सीन सेगमेंट में प्रवेश करने में मदद मिलेगी तो सीरम को बायोकॉन की monoclonal antibodies (mABs), m-RNA टेक्नोलॉजी जैसी कई तरह की एक्सपर्टीज हासिल होगी.
डेंगू, एचआईवी पर काम
दोनों कंपनियां आगे चलकर डेंगू, एचआईवी आदि के लिए एंटीबॉडीज बनाने पर काम करेंगी. अभी सीरम अपने वैक्सीन को दुनिया भर में WHO-UNICE जैसी एजेंसियों के माध्यम से भेज रहा है. इसके तहत Biocon Biologics भी अपने यहां एक वैक्सीन R&D डिवीजन विकसित करेगी.
(https://www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)