देश और दुनिया में इस सप्ताह के अंत तक हवाई यात्रा प्रभावित हो सकती है, क्योंकि एयरबस A320 फैमिली के हजारों विमानों में अनिवार्य सॉफ़्टवेयर अपडेट किया जा रहा है. इंडिगो, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को पोटेंशियल फ्लाइट कंट्रोल इशू के कारण अस्थायी रूप से अपने विमानों को ग्राउंड करना पड़ा है. भारत में अनुमानित 400 विमानों को प्रभावित होने का खतरा है.
एयर इंडिया का अपडेट पूरा
एयर इंडिया ने कहा कि उसने अपने अधिकांश A320 परिवार के विमानों पर सुरक्षा संबंधी काम पूरा कर लिया है और बाकि विमानों पर समयानुसार काम जारी है. एयर इंडिया का कहना है कि इंजीनियरिंग, संचालन और फ्लाइट सुरक्षा टीमों के साथ प्रयास से संचालन पर न्यूनतम प्रभाव पड़ा है.
DGCA ने जारी किया अनिवार्य निर्देश
सिविल एविएशन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि एयरबस के अलर्ट और यूरोपीय एविएशन सुरक्षा एजेंसी (EASA) की आपातकालीन निदेशिका के आधार पर A320 फैमिली के विमानों में अनिवार्य अपडेट किया जाना आवश्यक है. DGCA ने निर्देश दिया कि 29 नवंबर तक जरूरी सभी काम पूरे हों.
इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस की स्थिति
इंडिगो ने कहा कि उसने 200 प्रभावित विमानों में से 160 पर जांच और अपडेट पूरा कर लिया है. बाकी विमानों पर काम समयानुसार जारी है. एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भी कहा कि उसने जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है. सभी एयरलाइनों ने कहा कि कोई उड़ान रद्द नहीं हुई है, केवल कुछ उड़ानों में 60-90 मिनट की देरी हो सकती है.
क्या है बड़ा कारण?
एयरबस ने कहा कि मजबूत सूर्य विकिरण से उड़ान-नियंत्रण प्रणाली में डेटा खराब हो सकता है, जिससे सुरक्षा के लिए सॉफ़्टवेयर अपडेट जरूरी है. यह एयरबस के 55 साल के इतिहास में सबसे बड़े रिकॉल में से एक माना जा रहा है.
दुनियाभर के एयरलाइनों पर असर
दुनिया भर की प्रमुख एयरलाइनों के A320 विमानों पर भी अपडेट का असर पड़ा है. अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड और कई यूरोपीय एयरलाइनों ने विमानों को ग्राउंड किया या उड़ानों में देरी की. एयरबस ने कहा कि सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और वह एयरलाइनों के साथ मिलकर आवश्यक सुधार जल्द पूरा करेगा.