एक जुलाई से लागू होने वाला नया लेबर कोड (New Labour Code) फिलहाल अटक गया है. लेकिन इसे जल्द ही सही समय पर लागू किया जा सकता है. केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने नए लेबर कोड को लागू करने के बारे में बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि सभी राज्यों ने चारों लेबर कोड को लेकर मसौदा नियम तैयार कर लिया है और नए नियमों को उचित समय पर लागू किया जाएगा. सरकार चार बड़े बदलाव के लिए नया लेबर कोड लेकर आई है. नए कोड से सप्ताहिक छुट्टियों (Weekly Holidays) से लेकर इन-हैंड सैलरी (In Hand Salary) तक में बदलाव होना तय है.
कई राज्य तैयार कर रहे हैं ड्रॉफ्ट
भूपेंद्र यादव ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि लगभग सभी राज्यों ने चार लेबर कोड से जुड़े मसौदा नियमों को अंतिम रूप दे दिया है. हम इसे लागू करेंगे. केंद्रीय मंत्री का बयान ऐसे समय में आया है, जब अटकलें लगाई जा रही हैं कि नए नियमों को जल्द ही लागू किया जाएगा. क्योंकि ज्यादातर राज्यों ने मसौदा नियमों को तैयार कर लिया है.
उन्होंने बताया कि राजस्थान ने दो नए लेबर कोड पर मसौदा तैयार कर लिया है और दो पर काम अभी बाकी है. पश्चिम बंगाल में इन्हें अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है जबकि मेघालय समेत पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में नए लेबर कोड के ड्रॉफ्ट को तैयार करने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है.
ये हैं चार नए कोड
केंद्र सरकार ने नए लेबर कोड के लिए नियमों को पहले ही प्रकाशित कर दिया है. 23 राज्य नए लेबर कोर्ड के कानून के प्री-पब्लिश्ड ड्राफ्ट को अपना चुके हैं. लेकिन बाकी के राज्यों ने इसे अभी तक नहीं अपनाया है. नए लेबर कोड वेज (Wage), सोशल सिक्योरिटी (Social Security), इंडस्ट्रियल रिलेशंस (Industrial Relations) और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी (Occupational Safety) से जुड़े हैं.
तीन दिन वीकली ऑफ
नए वेज कोड के अनुसार, नौकरीपेशा लोगों को सप्ताह में चार दिन काम और तीन दिन अवकाश का विकल्प मिलने हैं. हालांकि, इसके लागू होने के बाद कर्मचारियों को दफ्तर में अधिक काम करना पड़ेगा. सप्ताह में तीन दिन की छुट्टी का विकल्प लेने वाले लोगों को हर दिन दफ्तर में 12 घंटे काम करना होगा, मतलब ये कि किसी भी हाल में आपको सप्ताह में 48 घंटे काम करना होगा.
बेसिक सैलरी में होगा बदलाव
नए वेज कोड में बेसिक सैलरी में भी बदलाव का प्रावधान है. इसके लागू होने के बाद टेक होम सैलरी यानी इन-हैंड सैलरी आपको अकाउंट में कम आएगी. सरकार ने पे रोल को लेकर नए नियम बनाए हैं.
नए वेज कोड के तहत किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी (Basic Salary) उसकी टोटल सैलरी (CTC) का 50 फीसदी या उससे अधिक होनी चाहिए. बेसिक सैलरी बढ़ने से आपके पीएफ में अधिक पैसे जमा होंगे. ऐसे में आपको रिटायरमेंट के समय एक मोटी राशि इस फंड से प्राप्त होगी.