वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार 2.0 का पहला बजट पेश कर दिया है. उन्होंने गांव, गरीब, किसानों, कॉरपोरेट के लिए कई ऐलान किए हैं. लेकिन जानकार इन्हें नाकाफी बता रहे हैं. इंडिया टुडे हिंदी के संपादक और आर्थिक विश्लेषक अंशुमान तिवारी के अनुसार रोजगार बढ़ाने का कोई उपाय इस बजट में नहीं दिखता, वहीं कॉरपोरेट को मिला टैक्स छूट भी बहुत कारगर साबित नहीं होगा. कुछ योजनाएं जरूर कारगर होंगी, लेकिन उनका असर छह महीने, साल भर के बाद दिखेगा. यहां देखिए बजट पर उनकी पूरी राय.