वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने आठवें बजट भाषण में एक बार फिर से काव्यात्मक अंदाज अपनाया. उन्होंने कश्मीरी कविता, चाणक्य नीति और उर्दू शायरी का सहारा लेते हुए सरकार की नीतियों को प्रस्तुत किया. सीतारमण ने चाणक्य नीति सूत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि दृढ़ संकल्प के साथ किए गए प्रयासों से कार्य निश्चित रूप से पूरा होगा. उन्होंने कश्मीरी कविता के माध्यम से देशप्रेम की भावना को भी व्यक्त किया. इस तरह के अनोखे अंदाज ने बजट भाषण को रोचक बना दिया.