पटना के चर्चित बिजनेसमैन गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच अब जेल के भीतर तक पहुंच चुकी है. इस मामले में अहम सुराग मिलने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने शनिवार को बेऊर जेल में छापेमारी की, जहां से मोबाइल फोन और कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए. छापेमारी के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है और अब कार्रवाई भी की जा रही है.
जांच के दौरान मिली लापरवाही और जेल नियमों की अनदेखी को गंभीरता से लेते हुए तीन कक्षपालों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही जेल प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है. बेऊर जेल के सहायक अधीक्षक नीरज कुमार और जेल उपाधीक्षक अजय कुमार को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है और उनसे जवाब मांगा गया है कि जेल के अंदर कैसे प्रतिबंधित सामग्री पहुंची.
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सूत्रों के अनुसार, पुलिस को शक है कि गोपाल खेमका की हत्या की साजिश बेऊर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा के इशारे पर रची गई हो सकती है. इसी कड़ी में शनिवार को पुलिस ने जेल में विशेष छापेमारी अभियान चलाया था. वहां से मिले मोबाइल फोन और अन्य सामग्री को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद से ही यह मामला हाई-प्रोफाइल बन गया और लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. अब जेल से मिली सामग्री और अधिकारियों की जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया ने इस केस को और गंभीर बना दिया है. पुलिस का कहना है कि सभी एंगल्स से जांच जारी है और जल्द साजिश का पर्दाफाश हो सकता है.