मानसून ने एक बार फिर भारत के कई हिस्सों को जलमग्न कर दिया है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम और बिहार पानी के प्रकोप से जूझ रहे हैं. लेकिन इन सबमें बिहार की हालत सबसे ज्यादा चिंताजनक है. भारी बारिश ने बिहार के 10 जिलों में करीब 17 लाख लोगों को प्रभावित किया है. उफनती नदियों और टूटते तटबंधों ने यहां की जिंदगी को जैसे थाम सा लिया है.
भोजपुर, पटना, भागलपुर, वैशाली, लखीसराय, सारण, मुंगेर, खगड़िया, सुपौल, और बेगूसराय जैसे जिलों में बारिश का पानी नदियों और नालों को लबालब भर रहा है. सड़कें, गांव, और घर पानी में डूबे हैं. भागलपुर जिले में हालात खासे गंभीर हैं. यहां के छह ब्लॉक कुरसेला, बरारी, मनीहारी, अमदाबाद, मनसाही, और प्रणपुर बाढ़ की चपेट में हैं. करीब पांंच लाख लोग अपने घरों के बाहर पानी की मार झेल रहे हैं.
सेंट्रल वॉटर कमीशन (CWC) के आंकड़ों के मुताबिक भागलपुर स्टेशन पर गंगा का जलस्तर 34.86 मीटर तक पहुंच गया जो हाई फ्लड लेवल के बराबर है और खतरे के निशान 33.68 मीटर से कहीं ऊपर है. पास के कहलगांं और एकचारी स्टेशनों की हालत भी नाज़ुक है.
आज तक की OSINT टीम ने CWC के ताजा बाढ़ डेटा और रिमोट सेंसिंग इमेजरी का विश्लेषण कर देशभर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. उत्तर प्रदेश में गंगा, बिहार में घाघरा, पश्चिम बंगाल में इच्छामती, और असम में ब्रह्मपुत्र नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पश्चिम बंगाल की इच्छामती नदी ने दो जगहों पर खतरे के निशान को पार कर लिया है. सेंटिनल-2 सैटेलाइट डेटा के विश्लेषण से बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों के सटीक नक्शे तैयार किए गए हैं, जो गंगा और अन्य नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने की स्थिति को दर्शाते हैं.

सेंटिनल-2 की तस्वीरें दिखाती हैं कि भागलपुर के पास गंगा अकबरनगर, तिलकपुर, और बेल्थु में तटबंध तोड़कर करीब 19 किलोमीटर तक फैल गई है. गांवों और खेतों में पानी भर गया है.

बिहार के चंदन क्षेत्र और झारखंड के इच्छागढ़ इलाके की बाढ़ मैपिंग से पता चलता है कि विशाल इलाके पानी में डूबे हैं.

झारखंड के साहिबगंज जिले में गंगा के खतरे के निशान को पार करने से पाँच ब्लॉकों में करीब 20,000 लोग प्रभावित हुए हैं. उनके घर पानी में डूब गए. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 17 जून से झारखंड में सामान्य से 40% ज्यादा बारिश हुई है.

CWC के आंकड़ों के अनुसार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में तीस्ता, उत्तर प्रदेश में यमुना, और बिहार में चंदन नदी ऊंचे स्तर पर बह रही हैं. IMD ने सिक्किम, असम, और मेघालय के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि बिहार, हिमाचल प्रदेश, और अरुणाचल प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.