बिहार के बेगूसराय जिले से बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की खबर सामने आई है. बरौनी प्रखंड के नूरपुर पूर्वी मतदान केंद्र पर कार्यरत बीएलओ वजाहत अली फारूखी का एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें एक महिला प्रखंड स्तरीय पर्यवेक्षीय पदाधिकारी उन्हें घर-घर जाकर नहीं बल्कि घर बैठे ही मतदाता फॉर्म भरने का निर्देश दे रही थी.
इस ऑडियो को बीएलओ वजाहत अली फारूखी ने आजतक से साझा किया था. चैनल ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए ऑडियो में आदेश देने वाली महिला पदाधिकारी का वेतन रोकते हुए उन्हें निलंबित कर दिया.
इससे पहले 13 जुलाई को बीएलओ वजाहत अली फारूखी को कार्य में लापरवाही और गलत बयानबाजी के आरोप में जिलाधिकारी तुषार सिंगल के निर्देश पर निलंबित किया गया था. उनके खिलाफ बरौली प्रखंड विकास पदाधिकारी के आवेदन पर रिफाइनरी थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी.
निलंबन के बाद बीएलओ ने मीडिया से बातचीत में अपने ऊपर दबाव डालने का आरोप लगाया और ऑडियो साक्ष्य प्रस्तुत किया. प्रेस विज्ञप्ति में डीएम कार्यालय ने बताया कि बीएलओ द्वारा जमा किए गए फॉर्म की जांच जारी है और शेष मतदाताओं का फॉर्म भरवाया जा रहा है. वहीं ऑडियो में निर्देश देने वाली महिला पदाधिकारी को यह कहकर निलंबित किया गया कि वह न तो निर्वाचित पदाधिकारी हैं और न ही सहायक निर्वाचित पदाधिकारी.