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50% घटा मार्केट शेयर... CEO ने भी बेचे स्टेक! दिग्गजों ने पकड़ी रफ्तार और बिगड़ गया OLA का खेल

OLA के लिए ये साल चुनौतियों भरा रहा. इस दौरान कंपनी ने बाजार में कई नए मॉडलों को पेश किया, लेकिन कंपनी की बिक्री लगातार गिरती नज़र आई. ख़राब ऑफ्टर सेल्स सर्विस और वाहनों की क्वॉलिटी को लेकर उठे तमाम सवालों के बीच ओला का मार्केट शेयर आधा हो गया.

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Ola Electric ने इस साल बाजार में अपने कई नए मॉडलों को पेश किया. Photo: ITG
Ola Electric ने इस साल बाजार में अपने कई नए मॉडलों को पेश किया. Photo: ITG

Ola Electric Market Share: भारत का इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार साल 2025 में एक नए दौर में प्रवेश करता नजर आया. जिस सेगमेंट पर कभी स्टार्टअप्स का दबदबा माना जाता था, वहां अब दिग्गज़ ऑटोमोबाइल कंपनियों ने मजबूती से अपनी पकड़ बना ली है. इस बदलाव की सबसे बड़ी मिसाल ओला इलेक्ट्रिक का गिरता ग्राफ और टीवीएस, बजाज और हीरो मोटोकॉर्प जैसी कंपनियों की बढ़ती हिस्सेदारी है. 

ओला इलेक्ट्रिक की लगातार गिरती बिक्री के बीच कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने हाल ही में कंपनी में अपने कुछ शेयर बेचकर प्रमोटर प्लेज को चुकाया है. जिससे कंपनी के शेयर की कीमतों में गिरावट आई है और निवेशकों में चिंता बढ़ी है. दूसरी ओर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेग्मेंट में भी ओला का मार्केट शेयर तेजी से गिरा है. 

आधा हुआ OLA का मार्केट शेयर

सरकारी Vahan पोर्टल के आंकड़े बताते हैं कि ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी 2024 में 36.7 प्रतिशत थी, जो 2025 में घटकर सिर्फ 16.1 प्रतिशत रह गई. साल भर में कंपनी की कुल बिक्री 1,96,767 यूनिट रही, जबकि पूरे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ दर्ज की गई. कभी बाजार की अगुवाई करने वाली Ola के लिए यह गिरावट एक बड़ा झटका मानी जा रही है.

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TVS iQube
TVS iQube की बिक्री में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. Photo: tvsmotor.com

दिग्गज़ों की मजबूत होती पकड़

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर स्पेस में स्टार्टअप्स ने तगड़ी शुरुआत की थी. ओला, एथर, सिंपल एनर्जी जैसे ब्रांड्स ने इस सेग्मेंट समय-समय में लीडर की भूमिका निभाई. लेकिन इस साल ट्रेडिशनल दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों जैसे टीवीएस मोटर, बजाज ऑटो और हीरो मोटोकॉर्प ने तगड़ी ग्रोथ दर्ज की है. इन ब्रांड्स ने अपने मजबूत डीलर नेटवर्क, भरोसेमंद आफ्टर-सेल्स सर्विस और अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का पूरा फायदा उठाया. 

इन कंपनियों की यही ताकत Ola Electric की बढ़त को धीरे-धीरे कमजोर करने में कामयाब रही. ग्राहकों के लिए सर्विस और डिलीवरी का भरोसा एक अहम फैक्टर बनकर उभरा. जिसको लेकर ओला इलेक्ट्रिक पूरे साल जूझता नज़र आया. साल के आखिर में ओला इलेक्ट्रिक ने "सेम डे सर्विस वारंटी" प्रोग्राम भी लॉन्च किया. ताकि ग्राहकों के बीच इस विश्वास को पैदा किया जा सके कि, उनके स्कूटर बाइक की सर्विसिंग समय पर होगी.

2025 के दौरान इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री को कई बाहरी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. खासतौर पर हेवी रेयर अर्थ मेटल्स की सीमित उपलब्धता ने सप्लाई चेन पर दबाव बढ़ाया. चीन से जुड़े जियो-पॉलिटिक्स तनावों के चलते कच्चे माल की लागत और डिलीवरी टाइम दोनों प्रभावित हुए, जिसका असर पूरे सेक्टर पर देखने को मिला.

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Bajaj Chetak
नवंबर में Bajaj Chetak बिक्री के मामले में दूसरे स्थान पर रहा है. Photo: Chetak.com

TVS और Bajaj का दबदबा

इन चुनौतियों के बावजूद टीवीएस मोटर इस साल 24.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर कब्जा किया है. कंपनी ने साल भर में 2,95,315 यूनिट्स इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री दर्ज की. वहीं बजाज ऑटो 21.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही. यह आंकड़े साफ बताते हैं कि पारंपरिक ब्रांड्स पर ग्राहकों का भरोसा लगातार मजबूत हो रहा है.

Ola की सबसे क्लोज कम्पटीटर मानी जाने वाली Ather Energy ने अपने Rizta स्कूटर के जरिए मास मार्केट में मजबूत पकड़ बनाई. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 2024 के 11.3 प्रतिशत से बढ़कर 2025 में 16.2 प्रतिशत हो गई. वहीं हीरो मोटोकॉर्प ने भी बड़ी छलांग लगाई. Vida इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर रेंज में बढ़ती दिलचस्पी के चलते Hero की हिस्सेदारी 2024 के 3.9 प्रतिशत से बढ़कर 2025 में 8.8 प्रतिशत तक पहुंच गई.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा आने वाले समय में और तेज होगी. कुल मिलाकर 2025 भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार के लिए बदलाव का साल साबित हुआ. यह साफ हो गया कि केवल आक्रामक मार्केटिंग नहीं, बल्कि भरोसेमंद सर्विस, मजबूत नेटवर्क और स्थिर सप्लाई चेन ही इस सेगमेंट में लंबी रेस का घोड़ा बनने की असली कुंजी है.

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