
अब तक मारुति पर हमेशा एक ठप्पा लगता था कि, 'माइलेज की मल्लिका, लेकिन सेफ्टी में फिसड्डी'. लोग कहते थे, गाड़ी सस्ती है, मेंटनेंस आसान है, लेकिन टक्कर हुई तो हालत पतली हो जाएगी. मगर इस बार तस्वीर ही बदल गई है. मारुति की नई Victoris आई है और आते ही इस एसयूवी ने सेफ्टी की डबल डिग्री हासिल की है. भारत NCAP क्रैश टेस्ट में पाँच तारे, ग्लोबल NCAP में भी 5 स्टार. यानि सेफ्टी की डबल गारंटी.
इसके अलावा फीचर्स ऐसे कि महंगे-महंगे ब्रांड्स भी पीछे. और दाम? इतना किफायती कि मिडिल क्लास भी कहे, 'वाह भई, यही चाहिए था.' इस एसयूवी से मारुति को काफी उम्मीदें हैं. अब सवाल ये है कि क्या Victoris, मारुति के लिए गेम चेंजर साबित होगी? आइये विस्तार से समझते हैं.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि बाजार में स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. और मारुति भी इस सेग्मेंट में अपनी मजबूत पकड़ बना रही है. नई विक्टोरिस के वक्त मारुति सुजुकी के एमडी और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा कि, "वित्तीय वर्ष 20-21 में मारुति सुजुकी के कुल वाहन बिक्री में SUV वाहनों का कॉन्ट्रिब्यूशन तकरीबन 8.9% था, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 में बढ़कर 28% तक पहुंच गया है."

कंपनी के पोर्टफोलियो में फ्रांक्स, ब्रेजा, ग्रैंड विटारा, जिम्नी और अब विक्टोरिस सहित कुल 5 एसयूवी कारें शामिल हैं. बहुत जल्द ही विटारा का इलेक्ट्रिक अवतार भी लॉन्च होने वाला है. जो एसयूवी रेंज को और भी मजबूती देगा.
इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में मिड-साइज़ एसयूवी सेगमेंट की कुल बिक्री लगभग 10 लाख यूनिट रही. हुंडई मोटर इंडिया की क्रेटा इस सेगमेंट में बतौर लीडर आगे बढ़ रही है, और वित्त वर्ष 2025 में इसकी कुल बिक्री लगभग 1.95 लाख यूनिट रही. अब तक, मारुति सुजुकी इस सेगमेंट में केवल ग्रैंड विटारा के साथ मौजूद थी, जिसे इसकी प्रीमियम चेन नेक्सा के माध्यम से बेचा जाता है. मारुति ने वित्त वर्ष 2025 में ग्रैंड विटारा के 1.23 लाख यूनिट की बिक्री की थी.
मारुति सुजुकी की ये नई एसयूवी केवल भारतीय बाजार तक सीमित नहीं रहेगी. इसे कंपनी 100 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट करने की तैयारी में है. कंपनी इस एसयूवी का प्रोडक्शन हरियाणा के खरखौदा स्थित अपने प्लांट में कर रही है. यहीं पर कंपनी मारुति ब्रेजा की मैन्युफैक्चरिंग भी करती है. इस एसयूवी को एक ग्लोबल एसयूवी के तौर पर तैयार किया गया है. इसमें कई ऐसे एडवांस फीचर्स और तकनीक का इस्तेमाल किया गया, जो इसके लिए भारत के बाहर दूसरे देशों में भी राह आसान करने में मदद करेंगे.

विक्टोरिस को लेकर मारुति सुजुकी का कहना है कि, इस एसयूवी को ख़ास तौर पर यंग बायर्स को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इसमें बहुत कुछ ऐसा है जो नई पीढ़ी (Gen Z) अपने डेली लाइफ में इस्तेमाल करती है. ये एक टेक इंटेलिजेंट कार है, इसमें सोशल मीडिया एक्सेस से लेकर इंस्टेंट रिस्पांस के लिए एलेक्सा वॉयस कमांड जैसे फीचर्स दिए गए हैं. यूजर इस कार को एक आवाज देखकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पिक्चर तक पोस्ट कर सकते हैं. इस एसयूवी को कंपनी सड़क पर दौड़ता थिएटर भी कह रही है.
इसमें डॉल्बी एटमॉस 5.1 सराउंड साउंड सिस्टम दिया गया है. जो यूजर्स को अपने मूड और पसंद के अनुसार म्यूजिक को कंट्रोल करने और सेट करने की सुविधा देता है. कंपनी यह भी कह रही है कि, ये म्यूजिक सिस्टम गाने के हर नोट्स को बहुत ही बारीकी से साउंड में कन्वर्ट करता है. इस तरह के फीचर्स नई पीढ़ी के ग्राहकों को बेहद पसंद आएंगे.
Victoris के डिज़ाइन की बात करें तो इसके आगे की तरफ, विक्टोरिस में क्रोम स्ट्रिप, मोटी प्लास्टिक क्लैडिंग और सिल्वर स्किड प्लेट वाले पतले ग्रिल कवर से जुड़े बड़े एलईडी हेडलाइट्स दिए गए हैं. इसका पतला ग्रिल कवर आपको हालिया लॉन्च मारुति डिजायर की याद दिला सकता है. कुल मिलाकर इसका फ्रंट लुक काफी एग्रेसिव और शार्प है.

17-इंच के अलॉय व्हील पर दौड़ने वाली इस एसयूवी के साइड में ब्लैक कलर के पिलर, सिल्वर रूफ रेल और चौकोर बॉडी क्लैडिंग दी गई है. कार की छत (रूफ) पीछे की तरफ जाते हुए थोड़ी स्लोपी होती जाती है. इसके अलावा पैनारोमिक सनरूफ से लैस इस एसयूवी का पिछला हिस्सा कमाल का है. पीछे की तरफ कनेक्टेड एलईडी टेललैंप दिए गए हैं. इसके बूट यानी डिग्गी को खोलने के लिए आपको बस एसयूवी के नीचे पैर हिलाने की जरूरत है, सेंसर की मदद से कार डिग्गी ऑटोमेटिकली खुल जाएगी.
Victoris साइज में मौजूदा ग्रैंड विटारा के मुकाबले थोड़ी बड़ी है. इसकी लंबाई 4,360 मिमी है. वहीं ग्रैंड विटारा 4,345 मिमी लंबी है. इसके अलावा कार का लंबा व्हीलबेस केबिन के भीतर बेहतर स्पेस प्रदान करने में मदद करता है. जहां तक कीमत की बात है तो विटारा के मुकाबले ये थोड़ी सस्ती है. विटारा की कीमत 11.42 लाख रुपये से शुरू होती है, वहीं विक्टोरिस 10.50 लाख रुपये की शुरुआती कीमत में आती है.
| डायमेंशन | विक्टोरिस | ग्रैंड विटारा |
| लंबाई | 4,360 मिमी | 4345 मिमी |
| चौड़ाई | 1,795 मिमी | 1,795 मिमी |
| उंचाई | 1,655 मिमी | 1,645 मिमी |
| व्हीलबेस | 2,600 मिमी | 2600 मिमी |
| ग्राउंड क्लीयरेंस | 210 मिमी | 210 मिमी |
मारुति विक्टोरिस को कंपनी ने तीन अलग-अलग पावरट्रेन ऑप्शन में पेश किया है. मूल रूप से इसमें वही इंजन मिलता है, जो ग्रैंड विटारा में दिया गया है. इसमें 1.5-लीटर, 4-सिलेंडर माइल्ड हाइब्रिड पेट्रोल इंजन मिलता है जो 103 एचपी की पावर देता है. दूसरे ऑप्शन में 1.5-लीटर, 3-सिलेंडर स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इंजन मिलता है जो 116 एचपी की पावर जेनरेट करता है. तीसरे विकल्प के तौर पर 1.5-लीटर पेट्रोल-सीएनजी ऑप्शन मिलता है जो 89 एचपी की पावर जेनरेट करता है.

Victoris के गियरबॉक्स ऑप्शन में पेट्रोल इंजन के लिए 5-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटो, स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड के लिए ई-सीवीटी और सीएनजी वेरिएंट के लिए 5-स्पीड मैनुअल दिया गया है. इसके अलावा ग्राहकों को पेट्रोल-ऑटो कॉन्फ़िगरेशन के साथ ऑल-व्हील ड्राइव का विकल्प भी मिलेगा.
माइलेज एक ऐसा सवाल है, जिसका सबसे बेहतर और सटीक जवाब ही मारुति है. इस मामले में विक्टोरिस भी काफी शानदार है. कंपनी का दावा है कि 5 सीटों वाली इस एसयूवी का मैनुअल वेरिएंट 21.18 किमी/लीटर, ऑटोमेटिक वेरिएंट 21.06 किमी/लीटर और ऑल-व्हीलड्राइव वेरिएंट 19.07 किमी/लीटर का माइलेज देता है. वहीं इसका सीएनजी वेरिएंट 27.02 किमी/किग्रा का माइलेज देता है.
मारुति विक्टोरिस के केबिन को प्रीमियम फील देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है. इसमें 26.03 सेमी (10.25-इंच) का पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के साथ डॉल्बी एटमॉस सराउंड साउंड सिस्टम, सेगमेंट-फर्स्ट स्मार्ट पावर्ड टेलगेट (जेस्चर कंट्रोल के साथ), 64-रंगों वाली एम्बिएंट लाइटिंग और एलेक्सा वॉइस असिस्टेंट सपोर्ट की भी सुविधा दी गई है.

इसके अलावा वायरलेस एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो, डॉल्बी एटमोस्ट के साथ 8-स्पीकर साउंड सिस्टम, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, कनेक्टेड कार टेक, लेदरेट अपहोल्स्ट्री, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जर, 8-वे इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, हेड-अप डिस्प्ले, केबिन एयर फिल्टर जैसे फीचर्स दिए गए हैं.
मारुति विक्टोरिस सीएनजी वेरिएंट में भी आती है. लेकिन मारुति ने पहली बार अपने किसी कार में अंडरबॉडी सीएनजी टैंक का इस्तेमाल किया है. जिसके चलते आपको कार के बूट स्पेस (डिग्गी में मिलने वाली जगह) से भी कोई समझौता नहीं करना होगा. इसमें 45 लीटर का पेट्रोल फ्यूल टैंक और 55 लीटर की धारिता का सीएनजी टैंक दिया गया है.
मारुति सुजुकी ने अपनी इस कार में लेवल-2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) सिस्टम दिया है. जो अब तक मारुति ने किसी भी दूसरी कार में नहीं दिया है. इसमें बतौर स्टैंडर्ड 6 एयरबैग, ऑटो इमरजेंसी ब्रेकिंग, अडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट, लेन चेंज अलर्ट के साथ ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटरिंग सिस्टम, फॉरवर्ड कोलिजन वॉर्निंग और फ्रंट पास असिस्ट सिस्टम, 360 डिग्री व्यू एचडी कैमरा जैसे अत्याधुनिक फीचर्स दिए जा रहे हैं. जो आपको प्रीमियम और लग्ज़री कारों में देखने को मिलते हैं.

मारुति सुजुकी विक्टोरिस को अपने एरिना डीलरशिप के माध्यम से बेच रही है. जिसका नेटवर्क देश में किसी भी दूसरे का निर्माता के मुकाबले सबसे बड़ा है. देश भर में मारुति एरिना के तकरीबन 4,000 से ज्यादा आउटलेट हैं जो बड़े महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक फैले हुए हैं. मारुति का इस एसयूवी को एरिना डीलरशिप से बेचने का फैसला भी यह दर्शाता है कि, भले ही ये कार फीचर्स के मामले में काफी रिच है. लेकिन इसकी पहुंच आम लोगों तक है.
मारुति विक्टोरिस की बुकिंग पहले ही शुरू की जा चुकी है. इसे ग्राहक कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट और अधिकृत डीलरशिप के माध्यम से 11,000 रुपये के टोकन अमाउंट से बुक कर सकते हैं. कंपनी का कहना है कि, इस एसयूवी को रोजाना तकरीबन 1,000 यूनिट की बुकिंग मिल रही है. अब तक इसके 10,000 यूनिट की बुकिंग की जा चुकी है. इसकी आधिकारिक बिक्री 22 सितंबर से शुरू होगी और जल्द ही ये एसयूवी डिलीवरी के तौर पर सड़कों पर भी दिखना शुरू हो जाएगी.