क्या चीन पर भी भारत जैसा टैरिफ लगाएंगे डोनाल्ड ट्रंप? जेडी वेंस बोले- ये काफी मुश्किल है क्योंकि...

अमेरिका ने शुरू में भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था और ट्रंप ने पिछले सप्ताह रूसी तेल की खरीद के लिए दिल्ली पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया, जिससे भारत पर कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया, जो दुनिया में किसी भी देश पर अमेरिका की ओर से लगाए गए सबसे ज्यादा टैरिफ में से एक है.

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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (Photo: AP) अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (Photo: AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 4:26 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को एक 'प्रेशर टूल' की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. हाल ही में ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लागू कर दिया है और आगामी 27 अगस्त से इसे बढ़ाकर 50 फीसदी करने का ऐलान किया है. भारत को रूस से कच्चा तेल खरीदने की कीमत चुकानी पड़ी है और ट्रंप का आरोप है कि रूस के सस्ते तेल को ग्लोबल मार्केट में भारी दामों में बेचकर भारत मुनाफा कमा रहा है.

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रूस से चीन भी खरीदता है तेल

राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने वाले भारत पर तो भारी टैरिफ लगा दिया, लेकिन क्या ऐसा ही टैरिफ पड़ोसी देश चीन पर भी लगाएंगे? क्योंकि चीन भी रूस से तेल का खरीदार है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लगाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है.

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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का कहना है कि इस बारे में ट्रंप ने फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है, क्योंकि बीजिंग के साथ वॉशिंगटन के संबंध कई चीजों को प्रभावित करते हैं जिनका रूस से कोई लेना-देना नहीं है. वेंस ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वह इस बारे में सोच रहे हैं, लेकिन उन्होंने अब तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया है.

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चीन का मुद्दा ज्यादा मुश्किल

रूस से तेल खरीद को लेकर चीन पर भारत जैसा भारी टैरिफ लगाने से जुड़े सवाल पर वेंस ने कहा कि साफ तौर पर चीन का मुद्दा ज्यादा मुश्किल है, क्योंकि चीन के साथ हमारे संबंध, कई अन्य चीजों को प्रभावित करते हैं, जिनका रूस से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि ट्रंप अपने विकल्पों की समीक्षा कर रहे हैं और निश्चित रूप से जब वह फैसला लेंगे, तब वह ऐसा करेंगे.

अमेरिका ने शुरू में भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था और ट्रंप ने पिछले सप्ताह रूसी तेल की खरीद के लिए दिल्ली पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया, जिससे भारत पर कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया, जो दुनिया में किसी भी देश पर अमेरिका की ओर से लगाए गए सबसे ज्यादा टैरिफ में से एक है. अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा.

चीन को मिली 90 दिन मोहलत खत्म

भारत ने इस कदम को गलत बताया है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला किया है. साथ ही कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा.

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अमेरिका ने फिलहाल चीन पर 30 फीसदी टैरिफ लगा रखा है और दोनों देशों के बीच मई में बातचीत के जरिए बीच का रास्ता निकालने के लिए 90 दिन की मोहलत तय हुई थी, जिसकी डेडलाइन 12 अगस्त यानी मंगलवार को खत्म हो रही है. ऐसे में जल्द ही ट्रंप चीन पर टैरिफ को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं, लेकिन सवाल यह है कि वह चीन को कोई रियायत देंगे या फिर भारत की तरह ही भारी-भरकम टैरिफ का ऐलान करेंगे.

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