Childhood Obesity Alert: भारत में बच्चों का बढ़ता मोटापा है खतरे की घंटी, AIIMS की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Childhood Obesity Alert: बहुत से बच्चों का वजन उनकी उम्र के हिसाब से बहुत ज्यादा  है, जो उनकी सेहत के लिए खराब हो सकता है. ऐसे बच्चों में डायबिटीज और दिल की बीमारियां देखने को मिलती हैं. एम्स (AIIMS) में एक नई स्टडी की गई है, जिसमें बताया गया है कि बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है.

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बच्चों का बढ़ता है बीमारियों का संकेत? (Credit: AI ) बच्चों का बढ़ता है बीमारियों का संकेत? (Credit: AI )

आजतक लाइफस्टाइल डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2025,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST

Childhood Obesity Alert: आजकल की बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और खान-पान के कारण बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं. भारत में बचपन में ही बच्चों का मोटापे का शिकार होना चिंता का विषय बन गया है. बहुत से बच्चों का वजन उनकी उम्र के हिसाब से बहुत ज्यादा  है, जो उनकी सेहत के लिए खराब हो सकता है. ऐसे बच्चों में डायबिटीज और दिल की बीमारियां देखने को मिलती हैं. एम्स (AIIMS) में एक नई स्टडी की गई है, जिसमें बताया गया है कि बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है. इसलिए परिवार, स्कूल, डॉक्टर और सरकार को मिलकर जल्दी से जल्दी कदम उठाने चाहिए ताकि बच्चे स्वस्थ रह सकें.

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एम्स ने स्टडी में क्या पाया?
इस स्टडी में भारत के 1 लाख से ज्यादा बच्चों का डेटा देखा गया. पता चला कि लगभग 5% से 15% बच्चे ज्यादा वजन वाले या मोटे हैं. खासकर शहरों में, मोटे बच्चे ग्रामीण इलाकों की तुलना में ज्यादा हैं. यह भी पाया गया कि बचपन में मोटापा बच्चों को बड़े होकर डायबिटीज, दिल की बीमारी और दूसरी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है.

बचपन का मोटापा क्यों खतरा है?
जब बच्चों का वजन ज्यादा होता है, तो उनके शरीर पर ज्यादा दबाव पड़ता है. इससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे:

  • डायबिटीज (खून में शुगर का बढ़ना)
  • दिल की बीमारी
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • जोड़ों का दर्द और समस्या

अगर बचपन में मोटापे को कंट्रोल नहीं किया गया तो ये बीमारियां बड़े होकर भी बनी रह सकती हैं, जिससे जिंदगी मुश्किल और कम हो सकती है.

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सबको मिलकर जल्दी कदम उठाने की जरूरत

एम्स की रिपोर्ट बताती है कि बचपन के मोटापे से लड़ना तभी मुमकिन है जब सभी मिलकर काम करें.

परिवार: घर में हेल्दी खाना बनाएं और रोजाना बच्चों को खेलने या हल्का व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें.

स्कूल: बच्चों को पौष्टिक भोजन दें और खेल-कूद या PT क्लास के लिए रोज थोड़ा समय जरूर रखें.

डॉक्टर: बच्चों का रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं, उनका वजन देखें और माता-पिता को सही सलाह दें.

सरकार: ऐसे नियम बनाएं जो सस्ता व पौष्टिक खाना उपलब्ध कराएं.

बच्चों में मोटापे को कैसे रोकें?

हेल्दी खाना खाएं:
बच्चों को जंक फूड की जगह फल, सब्जियां और अनाज खाना सिखाएं.

स्पोर्ट्स और एक्सरसाइज करें: बच्चों को रोज खेलना और एक्सरसाइज करनी चाहिए. स्कूल में या पार्क्स में बच्चों को लेकर जाएं, जहां बच्चे खेल सकें.

जानकारी बढ़ाएं: माता-पिता और शिक्षक बचपन में मोटापे का शिकार हो रहे बच्चों के बारे में जानकारी इकट्ठा करें और जानें कि कैसे इसे रोका जा सकता है.

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