शिवपाल ने कार्यकर्ताओं के बीच भतीजे को दिया नया नाम, अब 'छोटे नेताजी' कहे जाएंगे अखिलेश

मैनपुरी के जसवंत नगर में एक चुनावी रैली में शिवपाल यादव ने कहा, 'आपने करहल में कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) जैसा नेता नहीं है. मैं कहना चाहता हूं कि मैनपुरी और सैफई के लोग फोन करते थे. उन्हें 'बड़े मंत्री' और मुझे 'छोटे मंत्री' कहा जाता था. अब मैं चाहता हूं कि आप सभी अखिलेश को 'छोटे नेताजी' कहें.

Advertisement
शिवपाल ने अखिलेश को दिया 'छोटे नेताजी' नाम शिवपाल ने अखिलेश को दिया 'छोटे नेताजी' नाम

कुमार अभिषेक

  • मैनपुरी,
  • 30 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:59 PM IST

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से पहले अपने भतीजे अखिलेश यादव से मिलने के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को लोगों से कहा कि वे समाजवादी पार्टी के प्रमुख को 'छोटे नेताजी' कहें. लोग पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को 'नेताजी' कहते थे.

मैनपुरी संसदीय क्षेत्र के जसवंत नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने कहा, 'आपने (अखिलेश) करहल में कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) जैसा नेता नहीं है. मैं कहना चाहता हूं कि मैनपुरी और सैफई के लोग फोन करते थे. उन्हें 'बड़े मंत्री' (वरिष्ठ मंत्री) और मुझे 'छोटे मंत्री' कहा जाता था. अब मैं चाहता हूं कि आप सभी अखिलेश को 'छोटे नेताजी' कहें.

Advertisement

शिवपाल ने बहू डिंपल के लिए मांगे वोट

बता दें कि मैनपुरी और इटावा के लोग मुलायम सिंह यादव को 'नेताजी' कहकर बुलाते थे और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी उन्हें इसी नाम से पुकारते थे. मैनपुरी उपचुनाव के लिए मंच पर पहुंचते ही अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने एकता दिखाने के लिए चाचा शिवपाल यादव के पैर छुए.

मैनपुरी की यह सीट मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई थी. इस सीट पर अब की ओर सपा से डिंपल यादव उम्मीदवार हैं. डिंपल को जिताने के लिए शिवपाल यादव और अखिलेश यादव दोनों प्रचार कर रहे हैं. शिवपाल यादव ने कहा, 'वह (डिंपल यादव) मेरी बहू हैं और चुनाव में एक प्रतियोगी हैं. मैं मैनपुरी के लोगों से उपचुनाव में अभूतपूर्व अंतर से जीतने में मदद करने की अपील करता हूं.'

Advertisement

भाजपा उम्मीदवार पर शिवपाल ने साधा निशाना

चुनावी मंच पर शिवपाल ने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य की भी आलोचना की. रघुराज को कभी शिवपाल का काफी करीबी बताया जाता था. शिवपाल यादव ने शाक्य पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, 'कुछ लोग खुद को 'शिष्य' (अनुयायी) कहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. एक सच्चा 'शिष्य' कभी छोड़ता नहीं है और गुरु से अनुमति मांगता है.'

उन्होंने कहा, 'मैं ही वह व्यक्ति था जिसकी वजह से उन्हें क्लर्क की नौकरी मिली. मैंने उनसे इस्तीफा दिलवाया और दो बार सांसद बनने में उनकी मदद की.' शाक्य ने इस साल की शुरुआत में शिवपाल यादव की पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. 

अखिलेश ने जनसभा को किया संबोधित

बाद में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव और डिंपल यादव के साथ जिले के तखा प्रखंड में एक संयुक्त रैली की. वहां समर्थकों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि 'नेताजी' सबको साथ लेकर चलते थे और सभी का सम्मान करते थे. उन्होंने मैनपुरी में विकास के लिए मुलायम सिंह यादव को श्रेय दिया और भाजपा सरकार पर क्षेत्र में विकास कार्यों को रोकने का आरोप लगाया.

अखिलेश ने भाजपा पर साधा निशाना

सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने चल रहे विकास कार्यों का बजट कम कर दिया. किसान मुश्किल में हैं, उन्हें खाद के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है, उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है. युवा बेरोजगार हैं. लेकिन मुख्यमंत्री इन मुद्दों पर चुप हैं. सभा को संबोधित करते हुए डिंपल यादव ने लोगों से बड़ी संख्या में उन्हें वोट देने और सपा की जीत सुनिश्चित करने की अपील की. 

Advertisement

(PTI के इनपुट के साथ)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement