क्या जरदारी को हटाकर आसिम मुनीर बनेंगे PAK के नए राष्ट्रपति? अटकलों के बीच PM शहबाज शरीफ का आया बयान

पाकिस्तान में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के इस्तीफे और आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर के राष्ट्रपति बनने की अटकलों को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पूरी तरह खारिज कर दिया है. उन्होंने इन खबरों को महज अफवाह बताते हुए कहा कि उनके (जरदारी और मुनीर) के बीच संबंध विश्वास और पाकिस्तान की तरक्की पर आधारित हैं.

Advertisement
आसिफ अली जरदारी, आसिम मुनीर, शहबाज शरीफ (फाइल फोटो) आसिफ अली जरदारी, आसिम मुनीर, शहबाज शरीफ (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 8:25 AM IST

पाकिस्तान की राजनीति में इन दिनों एक नई बहस छिड़ी हुई है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर इस्तीफा देने का दबाव है और सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अब इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है.

पाकिस्तान के पीएम शरीफ शुक्रवार को ‘द न्यूज’ मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, "फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कभी भी राष्ट्रपति बनने की इच्छा नहीं जताई है और न ही इस तरह की कोई योजना बनाई गई है." उन्होंने आगे कहा कि उनके, जरदारी और मुनीर के बीच आपसी सम्मान और पाकिस्तान की तरक्की के लक्ष्य पर आधारित मजबूत संबंध हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: फाइव स्टार होटल, हेलिकॉप्टर राइड... कंगाली से जूझ रहे पाक में मुनीर के श्रीलंका दौरे की खूब चर्चा

पाकिस्तान के मंत्री ने 'विदेशी ताकतों' पर लगाया आरोप

शहबाज शरीफ की तरफ से यह स्पष्टीकरण उस समय आया है जब देश के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गुरुवार को एक्स पर बयान देते हुए कहा था कि जरदारी, शरीफ और मुनीर के खिलाफ जो 'दुष्प्रचार अभियान' चलाया जा रहा है, उसके पीछे कुछ दुश्मन विदेशी ताकतों का हाथ है.

नकवी ने कहा, "हम जानते हैं कि इस झूठे अभियान के पीछे कौन है. मैंने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रपति से इस्तीफा देने की कोई बात नहीं हुई है और न ही COAS (सेना प्रमुख) के राष्ट्रपति बनने की कोई योजना है." उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ विदेशी एजेंसियों के सहयोग से इस तरह की साजिशें रची जा रही हैं ताकि पाकिस्तान को अस्थिर किया जा सके.

Advertisement

मुनीर और जरदारी का कार्यकाल

जनरल आसिम मुनीर को 2022 में तीन साल के लिए सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में सरकार ने उनका कार्यकाल बढ़ाकर पांच साल कर दिया. जरदारी को भी पिछले साल ही पांच साल के कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनाया गया था. उन्हें यह पद शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाने में समर्थन देने के बदले मिला था.

यह भी पढ़ें: मुनीर क्या तख्तापलट करने वाले हैं, क्या जरदारी की जाएगी कुर्सी? पाकिस्तान सरकार का आया रिएक्शन

प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद फिलहाल इन अटकलों पर विराम लग गया है, लेकिन पाकिस्तान की राजनीतिक सरगर्मियों में हालात कितने स्थिर रहेंगे, यह आने वाला वक्त बताएगा.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement