दुनिया का सबसे मशहूर युद्ध हेलीकॉप्टर ब्लैक हॉक अब बिना पायलट के उड़ान भर सकता है. अमेरिकी कंपनी सिकोरस्की ने वॉशिंगटन में चल रहे AUSA 2025 सम्मेलन में अपना नया हेलीकॉप्टर S-70UAS U-Hawk पेश किया. यह UH-60L ब्लैक हॉक का एक पूरी तरह स्वचालित संस्करण है, जो बिना किसी इंसान के लॉजिस्टिक्स (सामान पहुंचाना), निगरानी और लड़ाई के काम कर सकता है. सरल शब्दों में कहें तो, यह एक बड़ा ड्रोन हेलीकॉप्टर है, जो सैनिकों की जान बचाते हुए लंबे मिशन कर सकता है.
ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर अमेरिकी सेना का पुराना दोस्त है. 1970 के दशक से यह सैनिकों को ले जाता है, सामान पहुंचाता है और जंग में मदद करता है. लेकिन अब जंग के मैदान में खतरा बढ़ गया है. इसलिए सिकोरस्की ने इसे बदल दिया. उन्होंने कॉकपिट (पायलट का केबिन), सीटें और सभी क्रू स्टेशन हटा दिए.
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इसके बजाय, आगे की तरफ क्लैमशेल डोर (झपट्टेदार दरवाजे) और पीछे कार्गो रैंप (सामान उतारने का रैंप) लगा दिया. इससे अंदर का स्पेस 25% बढ़ गया. यह बदलाव 10 महीनों में पूरा हुआ. सिकोरस्की के वाइस प्रेसिडेंट रिच बेंटन कहते हैं कि हमने ब्लैक हॉक का डीएनए लिया और इसे नई ताकत दी. यह सिर्फ डेमो नहीं, बल्कि सस्ती स्वचालित तकनीक का ब्लूप्रिंट है.
यह हेलीकॉप्टर MATRIX नाम की स्वचालित सिस्टम से चलता है. यह सिस्टम रास्ता खुद बनाता है, बाधाओं से बचता है और रीयल-टाइम में फैसले लेता है. एक ऑपरेटर टैबलेट से इंजन स्टार्ट से मिशन खत्म तक सब कंट्रोल कर सकता है. कोई पायलट जरूरी नहीं.
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ये स्पेक्स बताते हैं कि यू-हॉक पुराने ब्लैक हॉक से ज्यादा लंबा और भारी लोड ले जा सकता है. उदाहरण के लिए, यह HDT Hunter Wolf 6x6 UGV (अनक्रूड ग्राउंड व्हीकल) को एयर-टू-ग्राउंड टीमिंग में इस्तेमाल कर सकता है.
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अमेरिकी सेना के लॉजिस्टिक्स और स्पेशल ऑपरेशन्स कमांड को इसमें दिलचस्पी है. यह पुराने UH-60 फ्लीट को नया जीवन देगा.
सिकोरस्की का प्लान है कि 2026 में पहली उड़ान हो. फिर इसे अमेरिकी आर्मी के 2,000 से ज्यादा ब्लैक हॉक में अपग्रेड करेंगे. पेंटागन की रणनीति में ऑटोनॉमस लॉजिस्टिक्स महत्वपूर्ण है, खासकर चीन या रूस जैसे दुश्मनों से जंग में. यू-हॉक साबित करेगा कि पुरानी मशीनें नई तकनीक से अमर हो सकती हैं.
ऋचीक मिश्रा