Sunflower cultivation: भारत में पिछले कुछ सालों में किसानों के बीच फूलों की खेती करने का चलन बढ़ा है. सरकार भी किसानों को ऐसा करने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि फूलों की खेती में लागत कम आती है तो मुनाफा उससे कई गुना ज्यादा होता है. यही वजह है कि किसानों के अंदर तरह-तरह के फूलों की खेती को लेकर रूझान बढ़ा है.
सूरजमुखी की खेती को मुनाफा देने वाला फसल माना जाता है. कृषि विशेषज्ञ कहते हैं कि एक हेक्टेयर में सूरजमूखी की बुवाई में तकरीबन 25-30 हजार रुपये का खर्च आता है. इस एक हेक्टेयर में करीब 25 कुंतल फूल निकलते हैं. बाजार में इन फूलों की कीमत 4000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास रहती है. इस हिसाब से आप 25-30 हजार रुपये लगाकर एक लाख रुपये से ज्यादा मुनाफा आराम से निकाल सकते हैं.
स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी
स्वास्थ्य के लिए सूरजमुखी के तेल काे उपयोगी माना जाता है. यही वजह है कि बाजार में इसकी मांग लगातार बनी रहती हैं. इसकी बुवाई आप रबी और खरीफ की फसलों साथ भी कर सकते हैं. इसके अलावा फरवरी से लेकर मार्च का महीना भी इसकी बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता. यानी की इस पौधे से आप 12 महीने लगातार मुनाफा कमा सकते हैं.
कैसे करें सूरजमुखी की खेती
आमतौर पर ढाई-तीन किलोग्राम बीज प्रति बीघा के हिसाब से काम में ले सकते हैं. बीज को 4 से 6 घंटे तक पानी में भिगोना चाहिए. भिगोए बीजों को फिर छाया में सुखा दें. 15-20 दिन बाद इन पौधों को उचित दूरी पर लगाना चाहिए. सूरजमुखी की फसल की सिंचाई करना अति आवश्यक है. इसलिए ध्यान देने की जरूरत है समय-समय पर इसके फसल की सिंचाई बेहद आवश्यक है. इसके अलावा सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है कि कीटनाशकों का छिड़काव पहले कर लें. फसल फूलते इसका उपयोग सूरजमुखी के फूलों के विकास को रोक सकता है. अति आवश्यक होने पर उस दौरान विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही कीटनाशकों का उपयोग करें.