Bamboo Farming: भारत के ग्रामीण इलाकों में बांस की खेती अब भी बड़े पैमाने पर की जाती है. यह एक ऐसी खेती है, जिसे एक बार लगाने के बाद आप 30 से 40 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार भी बांस की खेती के लिए प्रोत्साहित करती हुई नजर आती है. भारत सरकार ने देश में बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए साल 2006-2007 में राष्ट्रीय बांस मिशन शुरू किया था. इसके तहत इसकी खेती के लिए आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान की जाती है.
खेतों के मेड़ पर लगाएं बांस के पेड़
अगर आपके के पास बांस की खेती करने के लिए जगह कम है तो आप इसे मुख्य फसल के मेड़ पर भी लगा सकते हैं.. बांस को खेत के किनारे-किनारे लगाने से अन्य फसलों को नुकसान नहीं होगा, बल्कि आवारा पशुओं से फसल को सुरक्षा मिलेगी साथ ही मुनाफा भी कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगा.
बांस के पौधों से बनाए जाते हैं ये प्रोडक्ट्स
बता दें बांस से बल्ली, सीढ़ी, टोकरी, चटाई, फर्नीचर, खिलौने और सजावट के सामान तैयार किए जाते हैं. इसके अलावा कागज बनाने में भी बांस का उपयोग होता है. बांस के लकड़ियों से प्रोडक्ट बनाने वाले समूह और कंपनियां किसान से बांस लेने के लिए अच्छी-खासी रकम देते हैं.
सहफसली तकनीक की खेती के लिए भी फायदेमंद
बांस को बीज, कटिंग या राइज़ोम से लगाया जा सकता है. तीन से चार साल के अंदर बांस की फसल पूरी तरह से तैयार हो जाती है. इसके बाद आप इसकी कटाई कर और बाजार में बेचकर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि सहफसली तकनीक से खेती करने के लिए बांस की फसल सबसे ज्यादा उपयुक्त हैं. बांस के हर पौधों के बीच में ठीक-ठाक जगह पाई जाती है. इन पेड़ों के बीच आप अदरक, हल्दी, अलसी और लहसुन जैसे मुनाफा देने वाली फसलों की खेती कर बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
आराम से 30 से 40 लाख का मुनाफा
किसान एक एकड़ में बांस के 150 से 250 से पौधे लगा सकता है. तीन से चार साल बाद आप जब इसकी कटाई करेंगे तो आराम से 40 लाख तक का मुनाफा कमा सकेंगे. बांस का पेड़ तकरीबन 40 साल जिंदा रहने की क्षमता रखता है. ऐसे में किसान लगभग 40 साल तक लगातार बंपर कमाई कर सकता है.