भारत में एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) कृषि सेक्टर के विकास और सुधार को प्रोत्साहित करने के लिए उपयोग किया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर (जैसे कि सड़क, पुल, सिंचाई सुविधाएं, गोदाम, आदि) के विकास और निर्माण में निवेश करना है. भारत में सरकारी और निजी संस्थाएं इसके उपयोग को समर्थन करती हैं ताकि कृषि सेक्टर के संरचनात्मक विकास में सहायता मिले. इसके माध्यम से किसानों को तकनीकी ज्ञान, वित्तीय संरचना, और अन्य संबंधित सेवाओं तक पहुंच प्रदान की जाती है.
एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड स्कीम में कोल्ड स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट्स, वेयरहाउस, पैकेजिंग यूनिट की स्थापना करने पर किसानों को 2 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाता है. केंद्र सरकार की ओर से किसानों को 2 करोड़ रुपये तक के लोन पर अधिकतम 7 साल तक ब्याज में 03% तक की छूट दी जाती है.
एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से क्या-क्या फायदे?
कृषि सेक्टर के विकास में सहायता: इस फंड के माध्यम से कृषि सेक्टर के विभिन्न आवश्यकताओं के लिए संरचनात्मक विकास में सहायता मिलती है, जैसे कि सिंचाई सुविधा, गोदाम, आदि शामिल है.
किसानों की समृद्धि: एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रचर फंड के माध्यम से किसानों को तकनीकी सहायता, वित्तीय संरचना और अन्य संबंधित सेवाओं तक पहुंच प्रदान की जाती है, जो उनकी समृद्धि में मदद करती है.
अर्थव्यवस्था का उत्थान: यह फंड कृषि सेक्टर को मजबूत करने के माध्यम से अर्थव्यवस्था के उत्थान में भी मदद करता है, क्योंकि कृषि सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है.
रोजगार के अवसर: इस फंड के माध्यम से कृषि सेक्टर में निवेश करने से नौकरियों के अवसर भी बढ़ते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति में सुधार होता है.
एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड कैसे मिलता है?
इस योजना का लाभ लेने के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.agriinfra.dac.gov.in पर विजिट करना होगा. यहां आपको मांगी गई सभी जानकारी को भरना होगा. इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करते ही आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. आवेदन करने के दो दिन के बाद आवेदक का कृषि मंत्रालय द्वारा वेरिफिकेशन किया जाएगा.
इसके बाद आपको अन्य जरूरी फॉर्मेलिटी को पूरा करने के लिए अपने बैंक से संपर्क करना होगा. वेरिफिकेशन होने के बाद आपको बैंक द्वारा पूरी जानकारी मिल जाएगी. ये सारे काम होने के 60 दिनों के भीतर बैंक द्वारा लोन प्रोसेस हो जाएगा.