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जैविक खेती को बढ़ावा, तालाब योजना, तारबंदी पर किसानों को सब्सिडी...राजस्थान की खेती-बाड़ी में यूं हो रहा बदलाव

Panchayat Aajtak Rajasthan: 'पंचायत आजतक राजस्थान' में गुरुवार को 'खेती-बाड़ी के बदलाव' सेशन में राजस्थान सरकार के कृषि अधिकारी शामिल हुए. इस सेशन में राज कुमार पारिख (डिप्टी डायरेक्टर, एर्गीकल्चर), शिवराज जांगिड़ (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर), राकेश अटल (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर) ने किसानों के लिए लॉन्च हुईं सरकारी योजनाएं और उससे मिल रही मदद के बारे में भी जानकारी दी.

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पंचायत आजतक राजस्थान
पंचायत आजतक राजस्थान

Panchayat Aajtak Rajasthan: राजस्थान में चुनावी माहौल के बीच जोधपुर के मैरियट होटल में  'पंचायत आजतक' के मंच पर न केवल राजनीति बल्कि खेती-बाड़ी और किसानों के मुद्दे परभी बात हुई. इस मंच के पहले सत्र में राज्य सरकार की कृषि नीतियों और किसानों से जुड़े जरूरी मुद्दों पर राज कुमार पारिख (डिप्टी डायरेक्टर, एर्गीकल्चर), शिवराज जांगिड़ (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर), राकेश अटल (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर) के साथ चर्चा की गई.

पहले से बेहतर खेती किसानी कर रहा है राजस्थान

शिवराज जांगिड़ (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर) ने बताया कि राजस्थान में मौसम अनियमित है. जलवायु थोड़ी कठिन है लेकिन राज्य ने कृषि के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में बढ़िया काम किया है. ज्वार, बाजरा, तिलहन के उत्पादन में राज्य पहले स्थान पर है. इसके अलावा चने में तीसरे और गेहूं के उत्पादन पर 5वां स्थान है. 

इस बार अलग से कृषि बजट ले आई थी गहलोत सरकार

शिवराज जांगिड़ ने बताया कि भगौलिक विभिन्नता के बावजूद राजस्थान खेती-किसानी काफी बेहतर कर रहा है. राज्य में कृषि का परिदृश्य पहले से बड़ा हो रहा है. इसी वजह से राजस्थान सरकार इस बार सामान्य बजट से अलग कृषि बजट भी लेकर आई थी. इस बजट में 12 मिशन ऐड किए हैं. सभी मिशन को लेकर एक्शन मोड में काम किया जा रहा है. फिलहाल, राज्य में किसानों को सुक्ष्म सिंचाई, जैविक खेती, बीज उत्पादन, तारबंदी जैसी स्कीमों पर किसानों को सब्सिडी दी जा रही है.

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किसानों की सिंचाई की समस्या का ऐसे किया जा रहा समाधान

राजस्थान को मरुस्थल माना जाता है. खेतों की सिंचाई के लिए परिस्थितियां काफी कठिन हैं. ऐसे में सरकार किसानों की सिंचाई की डिमांड कैसे पूरा कर रही है. इसको लेकर राज कुमार पारिख  डिप्टी डायरेक्टर, एर्गीकल्चर) ने बताया कि हम किसानों खेत में तालाब बनाने की सलाह दे रहे हैं. इस पर 90 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है. किसान को एक तालाब बनाने में डेढ़ लाख रुपये का खर्च आता है. 90 प्रतिशत तक अनुदान के आधार पर किसानों को 1 लाख 35 हजार की राशि दी जा रही है. इसके अलावा खेतों में डिग्गी और पाइपलाइन स्थापित करने के लिए भी सरकार आर्थिक मदद दे रही है.

कृषि क्षेत्र में पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर रही है गहलोत सरकार

राजस्थान की ग्रामीण क्षेत्र के लिए लड़कियों को कृषि क्षेत्र में पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस बारे में राकेश अटल (डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर) बताते हैं कि अगर लड़कियां 11वीं, 12वीं, एमएससी और पीएचडी में कृषि को चुनती हैं, तो उन्हें  हर साल 15 हजार रुपये दिए जाते हैं. कृषि में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाली लड़कियों को हर साल 25 हजार रुपये दिए जाते हैं. वहीं, पीएचडी में एडमिशन लेने वाली छात्राओं को 40 हजार रुपये मिलते हैं. छात्राओं को पढ़ाई के लिए दूर ना जाना पड़े इसको लेकर 51 कृषि कॉलेज भी खोले गए हैं.

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