जब पहली विश्वयुद्ध में 1914 के क्रिस्मस के दौरान ब्रिटिश और जर्मन सैनिकों ने बिना किसी आदेश के संघर्ष विराम किया था, यह घटना युद्ध के बीच मानवता और शांति की मिसाल बनी. उस समय ट्रेंच युद्ध में सैनिक एक-दूसरे से दूर और भयभीत थे. लेकिन क्रिस्मस की रात को दोनों ओर से गाने और जश्न के बीच सैनिकों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया, मृत साथियों को सम्मान दिया और फुटबॉल भी खेला.