व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के दो राज्यों को आजाद घोषित किया है वहां रूस समर्थक अलगाववादियों का पहले से ही कब्जा है. यूक्रेन के जिस पूर्वी इलाके में रूस की सेना दाखिल हुई है उसे डोनबास इलाका कहा जाता है, जिसमें आने वाले दोनेत्स्क और लुहांस्क में ज्यादातर रूसी मूल के लोग हैं. वहीं पश्चिमी यूक्रेन के लोग खुद को यूरोप के नजदीक मानते हैं. पूर्वी यूक्रेन में रूसी भाषा बोलने वालों की बहुतायत है तो वहीं पश्चिमी यूक्रेन में यूक्रेनी भाषा बोली जाती है. ऐसे में सवाल उठता है कि पुतिन ने यूक्रेन को बांटने का फैसला क्यों किया ?