पाकिस्तान में मौसम चुनाव का है, लेकिन नेताओं पर जैसे खुमारी फागुन की चढ़ी हो. क्या जरदारी साहब, क्या कप्तान इमरान, क्या नवाज शरीफ और क्या छोटे नवाब बिलावल, कोई किसी से कम नहीं. वोट की खातिर सभी एक-दूसरी की टांगें खींचने में जुटे है, तभी तो हम कह रहे हैं बुरा न मानो इलेक्शन है...