बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के सैन्य-आतंकी नेटवर्क का बचाव कर रहे हैं. उनके नाना जुल्फिकार अली भुट्टो को 4 अप्रैल 1979 को फांसी दी गई, मां बेनजीर भुट्टो की 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में आतंकी हमले में हत्या हुई, और मामा शाहनवाज भुट्टो व मुर्तजा भुट्टो की मौतों में पाकिस्तानी सेना व आईएसआई की भूमिका मानी जाती है.