अमेरिकी सेना ने तालिबान की डेडलाइन से पहले ही अफगानिस्तान छोड़ दिया. अब यहां तालीबानी राज है. अमेरिका के आखिरी विमान C-17 ने 30 अगस्त को दोपहर 3.29 बजे काबुल के हामिद करजई एयरपोर्ट से उड़ान भरी.
उसके जाते ही तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया. किन यहां रखे विमानों को तालिबान कभी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. आइए जानते हैं कि तालिबानी राज के पहले दिन अफगानिस्तान में क्या-क्या हुआ?
1- अमेरिका चौबीस घंटे पहले ही अफगानिस्तान से निकल गया. आधी रात अमेरिकी सैनिकों ने वापसी की आखिरी उड़ान भरी. तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट को कब्जे में लेकर हवाई फायरिंग कर जश्न मनाया.
2- अफगानिस्तान से अमेरिका के आउट होते ही तालिबानी प्रवक्ता की नई चेतावनी सामने आई. तालिबानी प्रवक्ता ने कहा सुपरपवार अमेरिका की हार दुनिया के लिए सबक है.
3- तीन 3 घंटे बाद अमेरिकी राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम संबोधन हुआ. जो बाइडेन ने कहा कि अफगानिस्तान से दूतावास शिफ्ट करके दिया बड़ा संदेश. मंगलवार रात भी बाइडेन राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं.
4- पंजशीर में तालिबान और मसूद समर्थकों के बीच आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है. अमेरिकी सेना के मुल्क छोड़ते ही तालिबान ने कई तरफ से हमला बोला है.
5- अफगानिस्तान छोड़ते वक्त अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट पर रह गए अपने विमानों और सैन्य गाड़ियों को बेकार कर दिया है. 73 एयरक्राफ़्ट, 70 बख़्तरबंद गाड़ियों और 27 हम्वी वाहनों का इस्तेमाल तालिबान नहीं कर सकेगा.
6- भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर बड़ा प्रस्ताव पारित किया. अगर अफगानिस्तान आतंकियों की पनाहगाह बना तो बड़ा एक्शन मुमकिन है.
7- पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने तालिबान की शान में तरीफों के पुल बांधे. उन्होंने कहा कि तालिबान एक नई सोच के साथ लौटा है, तालिबान को लेकर दुनिया सकारात्मक सोचे.
8- अफगानिस्तान के दायकुंदी प्रांत में तालिबान ने हजारा समुदाय के 14 लोगों को मौत के घाट उतारा. तालिबान के खिलाफ बंदूक उठाने वाली महिला गवर्नर सलीमा माजरी का भी सुराग नहीं मिला है. हजारा समुदाय से आने वाली सलीमा का तालिबान ने अपहरण किया है.
9- बीस साल बाद ओसामा बिन लादेन के सिक्यूरिटी इंचार्ज अमीन उल हक अफगानिस्तान लौटा. तालिबान का राज आते ही पाकिस्तान ने अफगानिस्तान भेजा. हक की वापसी से अल कायदा एक बार फिर ताकतवर बन सकता है.
10- पाकिस्तान ने दुनिया को सीधी धमकी दी है. पाकिस्तानी NSA ने कहा कि तालिबान को फौरन मान्यता नहीं दी गई तो 9/11 दोहराया जा सकता है. इस बयान पर विवाद बढ़ा तो वो बयान से पलट गए.